हमले के दो हफ्ते बाद Delhi CM रेखा गुप्ता की जनसुनवाई

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दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज बुधवार सुबह 8 बजे मुख्यमंत्री जनसेवा सदन में जनसुनवाई की। यह अवसर खास इसलिए रहा क्योंकि लगभग दो हफ्ते पहले, 20 अगस्त को इसी तरह की जनसुनवाई के दौरान उन पर हमला हुआ था। घटना के बाद इस कार्यक्रम को रोक दिया गया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने इसे दोबारा शुरू कर जनता से संवाद कायम किया।

 हमले के बाद सुरक्षा इंतज़ाम कड़े

 दरअसल, 20 अगस्त को हुई घटना ने सभी को चौंका दिया था। जनसुनवाई के दौरान अचानक एक शख्स ने मुख्यमंत्री पर हमला कर दिया था। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठे। इसी वजह से बुधवार की जनसुनवाई से पहले सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस पूरी तरह चौकन्नी दिखाई दी।

 मुख्यमंत्री आवास और जनसेवा सदन के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। आने-जाने वाले हर व्यक्ति की कड़ी जांच की गई। सुरक्षा कर्मी अलर्ट मोड में रहे ताकि किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश रहे।

 जनता ने रखीं अपनी समस्याएँ

 जनसुनवाई में सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लोग अपनी-अपनी शिकायतें और समस्याएँ लेकर आए थे। पानी-बिजली की दिक्कत से लेकर स्थानीय स्तर पर सफाई, स्वास्थ्य और सरकारी योजनाओं से जुड़ी परेशानियाँ जनता ने मुख्यमंत्री के सामने रखीं।

 इस बार जनसुनवाई की प्रक्रिया भी थोड़ी अलग नजर आई। लोग एक निर्धारित दूरी पर खड़े होकर अपनी बातें रखते दिखे। मुख्यमंत्री धैर्यपूर्वक उनकी समस्याएँ सुनती रहीं और संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही कार्रवाई के निर्देश देती रहीं।

 जनता में दिखी राहत

 आपको बता दें, हमले की घटना के बाद ऐसा लग रहा था कि शायद जनसुनवाई का यह सिलसिला बंद हो जाएगा। लेकिन जब मुख्यमंत्री ने इसे फिर से शुरू किया तो लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश गया। कई लोगों का कहना था कि सीधे मुख्यमंत्री से अपनी समस्या कहना उनके लिए बड़ी राहत है।

 जनसुनवाई कार्यक्रम बंद होने के दौरान जनता को अपनी शिकायतें पहुँचाने में परेशानी हो रही थी। अब यह कार्यक्रम दोबारा शुरू होने से आम लोगों को उम्मीद है कि उनकी समस्याओं के समाधान की प्रक्रिया भी तेज होगी।

 राजनीतिक मायने भी अहम

 रेखा गुप्ता को बीजेपी की तेजतर्रार नेता माना जाता है। विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी। वह अपने बेबाक बयानों और सक्रिय नेतृत्व शैली की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहती हैं।

 हमले जैसी घटना के बाद जनता के बीच फिर से लौटकर जनसुनवाई करना केवल प्रशासनिक कदम नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक दृष्टि से भी अहम है। इससे यह संदेश गया है कि मुख्यमंत्री जनता से सीधे संवाद करने से पीछे नहीं हटेंगी।

 बहरहाल, बुधवार की जनसुनवाई सिर्फ एक कार्यक्रम थी बल्कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का जनता के प्रति भरोसे का संदेश भी थी। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही, लोग सतर्क नजर आए, लेकिन जनता की आवाज़ मुख्यमंत्री तक पहुँची। हमले जैसी गंभीर घटना के बावजूद जनसुनवाई दोबारा शुरू होना इस बात का सबूत है कि सरकार और जनता के बीच संवाद किसी भी परिस्थिति में टूटना नहीं चाहिए।

 

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