ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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भारतीय सिनेमा के इतिहास में GP सिप्पी का नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में ‘शोले’ का नाम आता है वह फिल्म जिसने हिंदी सिनेमा का चेहरा बदल दिया। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इस फिल्म के निर्माता का सफर कितना कठिन रहा। कराची में आलीशान हवेली और कारोबार के मालिक रहे सिप्पी को 1947 के विभाजन ने सब कुछ खोने पर मजबूर कर दिया। महल, बिज़नेस, धन सब कुछ छिन गया और परिवार को रातों-रात मुंबई आना पड़ा।
यहाँ आकर स्थिति इतनी खराब थी कि GP सिप्पी बेघर हो गए। जीवनयापन के लिए उन्होंने कालीन बेचे, रेस्तरां खोला, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। किस्मत ने करवट तब ली, जब उन्होंने कोलाबा में एक अधूरी बन रही इमारत खरीदी और मुनाफे पर बेच दी। इसी से उनके रियल एस्टेट
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