दिवंगत सतीश शाह को पद्मश्री देने की मांग, FWICE ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

  • Category:

    मनोरंजन

  • Subcategory:

    Bollywood , Hollywood , Television Reality show & Daily Soaps News Update

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता सतीश शाह के निधन के बाद अब उन्हें मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान देने की मांग उठी है। फिल्म जगत के प्रमुख संगठन फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक भावनात्मक पत्र लिखकर यह अपील की है। संगठन ने कहा कि सतीश शाह जैसे बहुमुखी कलाकार को पद्मश्री से सम्मानित करना पूरे इंडस्ट्री के लिए गर्व की बात होगी।

 

FWICE ने पीएम मोदी को लिखा भावनात्मक पत्र

 FWICE ने अपने पत्र में लिखा, “हम पूरे सम्मान के साथ प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि दिवंगत सतीश शाह को पद्मश्री से सम्मानित किया जाए। वे देश के सबसे पसंद किए जाने वाले और प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक थे।

 संगठन ने बताया कि सतीश शाह ने अपने अभिनय से करोड़ों भारतीयों के चेहरों पर मुस्कान लाई। उन्होंने हास्य और भावनाओं को इस तरह से पेश किया कि वे हर वर्ग के दर्शकों के दिलों में बस गए। FWICE ने कहा कि उनके जैसे कलाकार को पद्मश्री देना उनके जीवन और कार्यों को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

 

40 साल तक लोगों को हंसाते रहे सतीश शाह

 सतीश शाह ने अपने करियर की शुरुआत थिएटर से की थी, लेकिन उन्होंने हिंदी सिनेमा और टीवी में अपनी पहचानकॉमेडी के बादशाहके रूप में बनाई।उनका मशहूर टीवी शोसाराभाई वर्सेस साराभाईआज भी दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इस शो में उन्होंनेइंद्रवदन साराभाईका किरदार निभाया था, जो अपनी कॉमिक टाइमिंग और शानदार डायलॉग्स की वजह से आज भी याद किया जाता है।

 इसके अलावा उन्होंनेये जो है जिंदगी’, ‘फिल्म जाने भी दो यारों’, ‘मैं हूं ना’, ‘फना’, औरओम शांति ओमजैसी फिल्मों में काम किया। हर किरदार में उन्होंने एक नई झलक और अनोखा अंदाज पेश किया।

 

FWICE ने कहा — “उनका जाना बड़ा नुकसान है

 पत्र में FWICE ने लिखा, “सतीश शाह के निधन से इंडस्ट्री ने एक ऐसा कलाकार खो दिया, जिसने चार दशकों तक भारत को हंसाया। उनके जाने से एक खालीपन महसूस हो रहा है। पद्मश्री से सम्मानित करना केवल एक कलाकार को नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान को सम्मान देना होगा जिसने लाखों लोगों को खुशी दी और कई नए कलाकारों को प्रेरित किया।

 संगठन ने यह भी कहा कि सतीश शाह के काम ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी। उन्होंने साबित किया कि हंसी-मजाक भी समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।

 

बीमारी से जूझ रहे थे सतीश शाह

 74 वर्षीय सतीश शाह का 25 अक्टूबर 2025 को मुंबई में निधन हुआ था। वह काफी समय से किडनी से जुड़ी बीमारी से परेशान थे। 26 अक्टूबर को उनका अंतिम संस्कार मुंबई में हुआ, जहां फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के कई नामी चेहरे मौजूद थे।

 सोमवार को उनके परिवार और दोस्तों ने प्रेयर मीट में शामिल होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभी ने कहा कि सतीश शाह का जाना सिर्फ एक अभिनेता का नहीं, बल्कि एक दौर का अंत है।

 

एक ऐसा कलाकार, जो हमेशा जिंदा रहेगा

 सतीश शाह ने अपने करियर में सैकड़ों भूमिकाएं निभाईं, लेकिन हर किरदार में उन्होंने अलग छाप छोड़ी। उनकी कॉमिक टाइमिंग, एक्सप्रेशन और नैचुरल एक्टिंग ने उन्हें एक लिजेंडरी एक्टर बना दिया।

 उनके फैन्स और साथी कलाकारों का मानना है कि अगर उन्हें पद्मश्री सम्मान दिया जाता है, तो यह भारतीय सिनेमा के उसहंसते हुए चेहरों के दौरको सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जो सतीश शाह की वजह से बना था।

 

Comments (0)