ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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भारतीय सिनेमा में जहां अक्सर बड़े-बड़े सुपरस्टार्स और बजट की फिल्मों का बोलबाला रहता है, वहीं कभी-कभी एक ऐसा युवा टैलेंट आता है जो अपनी कहानी और कला के दम पर पूरी इंडस्ट्री को चौंका देता है। ऐसा ही एक नाम है प्रदीप रंगनाथन, जो इस समय तमिल सिनेमा (कॉलीवुड) में एक सनसनी बनकर उभरे हैं। हाल ही में, उनकी नई फिल्म ने दुनिया भर में बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उनकी लगातार तीसरी बड़ी सफलता है, जिसके बाद प्रशंसक और इंडस्ट्री के लोग उन्हें प्यार से 'हैट्रिक ड्यूड' कहने लगे हैं। प्रदीप की यह सफलता इस बात का सबूत है कि आज का दर्शक सुपरस्टार से ज्यादा अच्छी कहानी और भरोसेमंद किरदारों से जुड़ना चाहता है। तो आइए जानते हैं, कौन हैं यह प्रदीप रंगनाथन और कैसे उन्होंने इतनी कम उम्र में यह मुकाम हासिल किया।
कौन हैं प्रदीप रंगनाथन?
प्रदीप रंगनाथन सिर्फ एक एक्टर नहीं हैं, बल्कि वह एक प्रतिभाशाली डायरेक्टर और राइटर भी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शॉर्ट फिल्में बनाने से की थी। उनकी शॉर्ट फिल्मों ने यूट्यूब पर काफी लोकप्रियता हासिल की, जिससे उन्हें मेनस्ट्रीम सिनेमा में आने का मौका मिला। प्रदीप की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह आज के युवाओं की नब्ज को समझते हैं। उनकी कहानियां मॉडर्न रिश्तों, टेक्नोलॉजी और आज की पीढ़ी की समस्याओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं, जिससे दर्शक तुरंत कनेक्ट कर जाते हैं। वह अपनी फिल्मों को खुद लिखते हैं, खुद डायरेक्ट करते हैं और अब खुद ही उनमें एक्टिंग भी कर रहे हैं। यह 'वन मैन आर्मी' वाला अंदाज ही उन्हें बाकी फिल्ममेकर्स से अलग बनाता है।
सफलता की हैट्रिक: कैसे बने 'हैट्रिक ड्यूड'?
प्रदीप रंगनाथन का 'हैट्रिक ड्यूड' बनने का सफर उनकी तीन फिल्मों से जुड़ा है, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया।
1.
पहली
फिल्म
(Comali, 2019 - डायरेक्टर के रूप में) : प्रदीप ने अपने डायरेक्शन का डेब्यू 2019 में फिल्म 'कोमाली' से किया था। इस फिल्म में जयम रवि और काजल अग्रवाल मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म एक ऐसे लड़के की कहानी थी जो 16 साल कोमा में रहने के बाद होश में आता है और बदली हुई दुनिया को देखकर हैरान रह जाता है। यह कॉन्सेप्ट इतना नया और मजेदार था कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई। इस पहली ही फिल्म से प्रदीप ने साबित कर दिया कि उनमें एक बेहतरीन स्टोरीटेलर छिपा है।
2.
दूसरी
फिल्म
(Love Today, 2022 - डायरेक्टर और एक्टर के रूप में): 'कोमाली' की सफलता के बाद, प्रदीप ने एक बड़ा जोखिम उठाया। उन्होंने अपनी अगली फिल्म 'लव टुडे' को न सिर्फ डायरेक्ट किया, बल्कि उसमें मुख्य भूमिका भी खुद ही निभाई। यह फिल्म आज के युवाओं के रिश्तों पर एक तीखा और मजेदार व्यंग्य थी, जिसमें एक कपल एक-दूसरे का फोन 24 घंटे के लिए एक्सचेंज कर लेता है। कम बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई करके तहलका मचा दिया। इस फिल्म ने प्रदीप को रातों-रात एक स्टार बना दिया।
3. तीसरी फिल्म (वर्तमान 100 करोड़ी फिल्म) : और अब, उनकी हालिया रिलीज फिल्म ने एक बार फिर 100 करोड़ का आंकड़ा पार करके उनकी सफलता पर मुहर लगा दी है। इस फिल्म ने उन्हें 'हैट्रिक ड्यूड' का खिताब दिलाया है। यह लगातार तीसरी बार है जब उनके काम को दर्शकों और क्रिटिक्स, दोनों ने सराहा है।
प्रदीप की सफलता का राज क्या है?
प्रदीप रंगनाथन की सफलता कोई तुक्का नहीं है। इसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं:
रिलेटेबल कंटेंट : उनकी कहानियां आज के समाज का आईना होती हैं। वह मोबाइल फोन, सोशल मीडिया और मॉडर्न डेटिंग जैसी चीजों को अपनी कहानी का हिस्सा बनाते हैं, जिससे युवा दर्शक खुद को उन किरदारों में देख पाते हैं।
कॉमेडी और इमोशन का मिक्सचर : प्रदीप की फिल्में सिर्फ कॉमेडी नहीं होतीं। वह हंसी-मजाक के साथ-साथ एक गहरा भावनात्मक संदेश भी देती हैं, जो दर्शकों के दिल को छू जाता है।
कम बजट, हाई कॉन्सेप्ट : वह सेट या एक्शन पर पैसा खर्च करने के बजाय एक मजबूत और अनूठे कॉन्सेप्ट पर काम करते हैं। यही वजह है कि उनकी फिल्में कम बजट में बनकर भी बड़ी कमाई करती हैं।
एक 'आम आदमी' हीरो : प्रदीप की छवि एक 'लार्जर दैन लाइफ' हीरो की नहीं, बल्कि एक आम लड़के की है। उनका लुक, उनकी एक्टिंग और उनके किरदार, सब कुछ बहुत स्वाभाविक लगते हैं, जिससे दर्शक उनसे आसानी से जुड़ जाते हैं।
प्रदीप रंगनाथन का उदय यह बताता है कि भारतीय सिनेमा अब बदल रहा है। अब सिर्फ स्टार पावर नहीं, बल्कि कंटेंट ही असली 'किंग' है। प्रदीप ने यह साबित कर दिया है कि अगर आपके पास एक अच्छी कहानी है और उसे कहने का हुनर है, तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। उनकी यह 'हैट्रिक' सिर्फ एक शुरुआत है, और पूरी इंडस्ट्री अब यह देखने के लिए उत्साहित है कि यह युवा 'हैट्रिक ड्यूड' आगे और क्या कमाल दिखाता है।
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