ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में एक तरफ जश्न का माहौल रहा, वहीं दूसरी तरफ तुर्किए द्वारा पाकिस्तान को खुलेआम समर्थन दिए जाने से भारतीय जनता में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। इसका सीधा असर अब तुर्किए के टूरिज्म सेक्टर पर दिखाई देने लगा है।सोशल मीडिया पर तुर्किए बायकॉट ट्रेंड मेंभारत के लोगों ने तुर्किए के खिलाफ बायकॉट मुहिम छेड़ दी है। सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey ट्रेंड कर रहा है, और लोग न सिर्फ तुर्किए के प्रोडक्ट्स को नजरअंदाज कर रहे हैं, बल्कि वहां यात्रा पर जाने से भी परहेज कर रहे हैं।लोगों का कहना है कि जो देश भारत के दुश्मनों का समर्थन करता है, वहां एक पैसा भी खर्च करना देशद्रोह के समान होगा।रिकॉर्ड टूरिज्म का कटा ग्राफअब तक तुर्किए भारतीय पर्यटकों के लिए एक पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन रहा है। आंकड़े बताते हैं कि:2009 में जहां तुर्किए गए भारतीय पर्यटकों की संख्या 55,000 थी,2019 में यह बढ़कर 2,30,131 हो गई,और 2024 में यह आंकड़ा 3,30,985 तक पहुंच गया।तुर्किए की कुल 62.2 मिलियन विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारतीयों का योगदान अहम रहा है। भारत के टूरिस्ट्स ने अकेले 291.6 मिलियन डॉलर की खर्च कर वहां की इकोनॉमी को मजबूती दी है।बुकिंग साइट्स ने लगाई रोकइस मुहिम का असर अब सीधे ट्रैवल इंडस्ट्री पर दिखने लगा है। मेक माय ट्रिप की प्रवक्ता तनुप्रिया चौधरी ने बताया कि बीते एक सप्ताह में तुर्किए और अजरबैजान के लिए जहाँ बुकिंग में 60% गिरावट आई है, वहीं टिकट कैंसिलेशन में 250% की बढ़त दर्ज की गई है।कुछ ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म्स ने तुर्किए की फ्लाइट्स और पैकेजेस को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है।कैट ने किया खुला विरोधकन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि तुर्किए और अजरबैजान को भारतीय टूरिज्म का बायकॉट बहुत भारी पड़ेगा।उन्होंने बताया कि अजरबैजान में भी साल 2024 में 2.6 मिलियन टूरिस्ट पहुंचे थे, जिनमें से 2.5 लाख भारतीय थे। इनका आर्थिक योगदान 308.6 मिलियन डॉलर का था।टूरिज्म सेक्टर पर तगड़ा असरभारत के टूरिस्ट्स तुर्किए के पर्यटन में सबसे ज्यादा खर्च करने वाले टॉप ग्रुप्स में आते हैं। ऐसे में भारतीयों के इस बायकॉट का असर सिर्फ इमेज पर नहीं, सीधा अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है।क्या तुर्किए बदलेगा रुख?अब बड़ा सवाल यह है कि क्या तुर्किए भारत विरोधी नीति से पीछे हटेगा? क्योंकि अगर यही स्थिति रही तो आने वाले महीनों में उन्हें टूरिज्म रेवेन्यू में बिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है।फिलहाल भारतीय टूरिस्ट अपनी देशभक्ति और आर्थिक ताकत दोनों का इस्तेमाल करते हुए तुर्किए को कड़ा संदेश दे रहे हैं कि भारत के खिलाफ खड़े होगे, तो खामियाज़ा भुगतोगे।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment