प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “मां हमारी दुनिया है, मां हमारा संस्कार है,” और दरभंगा की रैली से उनकी मां को गालियां दिए जाने को उन्होंने पूरे देश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान बताया। उनका यह बयान घटना के कुछ दिनों बाद आया, जब राजनीतिक मंच से अपशब्द बोले जाने का वीडियो चर्चा में रहा। क्या हुआ थादरभंगा में आरजेडी-कांग्रेस की वोटर अधिकार रैली के मंच से पीएम मोदी की मां के लिए आपत्तिजनक शब्द बोले गए, जिसे लेकर भारी नाराजगी दिखी। घटना के बाद इस मुद्दे ने प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस को तेज किया और लोगों में आक्रोश देखा गया। पीएम का सख्त बयानमोदी ने कहा कि ऐसी भाषा सिर्फ उनकी मां का नहीं, भारत की हर मां, बहन और बेटी का अपमान है, जिसे कोई भी समाज बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने साफ कहा कि जितना दर्द उन्हें हुआ है, उतना ही दर्द बिहार के लोगों को भी हुआ है, और उन्होंने यह पीड़ा सार्वजनिक रूप से बांटकर अपनी बात रखी। बिहार की परंपरा और संवेदनशीलतापीएम ने याद दिलाया कि बिहार संस्कृति और परंपरा का घर माना जाता है, जहां मां का सम्मान सबसे ऊपर रखा जाता है। ऐसे शब्दों को उन्होंने सभ्यता और संस्कार पर सीधा हमला बताया और इसे समाज की मर्यादा के खिलाफ माना। भावनात्मक अपीलमोदी ने मंच से कहा कि जब इतनी माताएं और बहनें साथ हैं, तो वही शक्ति उन्हें इस दुख को सहने की ताकत देती है। उन्होंने लोगों की भावनाओं को समझते हुए कहा कि यह अपमान व्यक्तिगत नहीं, सामूहिक है, और हर संवेदनशील नागरिक को इसका दर्द महसूस हुआ है। व्यापक असरघटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हुई और महिला सम्मान के सवाल पर बहस केंद्रित हो गई, जिसे प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में प्रमुखता से रखा। प्रधानमंत्री का कहना था कि ऐसी भाषा किसी भी लोकतांत्रिक संवाद का हिस्सा नहीं हो सकती और इसे समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा। संदेश क्या हैमोदी का संदेश दो टूक था—मां का सम्मान गैर-समझौता है, और इस मर्यादा को तोड़ने वाले शब्द पूरे समाज को आहत करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस घटना ने सिर्फ एक परिवार नहीं, बल्कि हर घर की इज्जत को चोट पहुंचाई है। Comments (0) Post Comment
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