देशभक्ति की बातें करने वाले कुछ लोग जब चंद रुपयों के लालच में मुल्क से गद्दारी करने लगें, तो खतरा सिर्फ सरहदों पर नहीं, भीतर भी पनपता है।पंजाब और हरियाणा में ऐसा ही हुआ, जहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।इन लोगों ने न सिर्फ देश की गोपनीय जानकारी साझा की, बल्कि इसे एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया।ऑपरेशन सिंदूर का असर, 11 दिन में 6 गिरफ्तारियांभारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन 'सिंदूर' के बाद खुफिया एजेंसियों ने पंजाब और हरियाणा में कड़ा शिकंजा कस दिया।इसी अभियान में 8 मई से 14 मई के बीच कुल 6 पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 2 पंजाब से रहे और 4 हरियाणा से।1. गजाला और यमीन मोहम्मद (मलेरकोटला, पंजाब)गिरफ्तारी की शुरुआत मलेरकोटला से हुई, जहां गजाला और यमीन मोहम्मद नाम के दो लोगों को पकड़ा गया।ये दोनों पाकिस्तान हाई कमिशन के अधिकारी दानिश के संपर्क में थे और उसी के इशारे पर पाकिस्तान जा रहे थे। मोबाइल ट्रांजेक्शन से भी इनके पाकिस्तानी कनेक्शन साबित हुए हैं।2. नोमान इलाही (पानीपत, हरियाणा)14 मई को हरियाणा पुलिस ने पानीपत से नोमान इलाही को गिरफ्तार किया। वो एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था लेकिन देश की सुरक्षा से खेल रहा था।आरोप है कि वो संवेदनशील सूचनाएं पाकिस्तान को भेजता था। उसके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ जब्त किए गए हैं।3. देवेंद्र सिंह (कैथल, हरियाणा)इसके बाद कैथल जिले के मस्तगढ़ गांव से देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया। देवेंद्र ने कबूला कि वो करतारपुर साहिब दर्शन के बहाने पाकिस्तान गया था और वहीं ISI के संपर्क में आया।उसने भारत के सैन्य ऑपरेशन 'सिंदूर' और सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां लीक कीं।4. ज्योति मल्होत्रा (हिसार, हरियाणा)इस मामले में सबसे चौंकाने वाला नाम हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का है। एक ट्रैवल व्लॉगर के रूप में पाकिस्तान गई ज्योति ने दानिश नाम के अधिकारी से संपर्क साधा और फिर ISI नेटवर्क का हिस्सा बन गई।वो सोशल मीडिया के ज़रिए पाकिस्तान के पक्ष में प्रचार करने लगी और भारत की इमेज खराब करने की कोशिश की।उसके मोबाइल और लैपटॉप से संदिग्ध डेटा मिला है। फिलहाल वो पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है।5. अरमान (नूंह, हरियाणा)छठा और आखिरी गिरफ्तारी नूंह जिले से हुई, जहां अरमान नाम के युवक को पकड़ा गया।वो व्हाट्सएप के जरिए सैन्य गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। उस पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है।ISI की स्क्रिप्ट, देश के भीतर जालहर गिरफ्तारी के साथ एक नई साजिश सामने आ रही है। ज्यादातर आरोपी व्हाट्सएप, वीडियो कॉल और सोशल मीडिया के ज़रिए पाकिस्तान के संपर्क में आए। पैसे और लालच ने इन्हें देश के खिलाफ खड़ा कर दिया।क्या कहती हैं जांच एजेंसियां?DSP कमलजीत और अन्य जांच अधिकारियों का कहना है कि इन सभी मामलों में इलेक्ट्रॉनिक और फाइनेंशियल सबूत मौजूद हैं।यह कोई इत्तेफाक नहीं, बल्कि पाकिस्तान द्वारा प्लान किया गया संगठित नेटवर्क है, जिसमें स्थानीय नागरिकों को टारगेट कर जासूसी करवाई जा रही थी।देश के भीतर के दुश्मनों से सतर्क रहना होगाये घटनाएं बताती हैं कि खतरा सिर्फ सीमा पार से नहीं, भीतर के गद्दारों से भी है। पाकिस्तान की ISI अब सोशल मीडिया और धर्मस्थलों के ज़रिए एजेंट तैयार कर रही है।ऐसे में जागरूकता, सतर्कता और खुफिया एजेंसियों का फुर्तीला रवैया ही देश को सुरक्षित रख सकता है।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment
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