“हनीमून”, सुनते ही मन में मोहब्बत की ताज़ा हवा चलने लगती है। लेकिन इस कहानी में मोहब्बत नहीं, मौत की बदबू है।मेघालय के सीनिक इलाकों में इंदौर से आए नवविवाहित जोड़े का हनीमून, कुछ ही दिनों में लाश में तब्दील हो गया।और जब पुलिस ने जांच की गिरहें खोलीं, तो सनसनी फैल गई। दावा है कि हत्या की मास्टरमाइंड खुद पत्नी निकली, 25 साल की सोनम रघुवंशी।पुलिस का दावा, पत्नी बनी कातिलराजा रघुवंशी की हत्या में चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें सोनम खुद भी शामिल हैं। लेकिन कहानी यहीं नहीं रुकती। अब मोर्चे पर आए हैं सोनम के माता-पिता, जो पूरी जांच को ही साज़िश बता रहे हैं।उनका कहना है कि "मेरी बेटी को फंसाया जा रहा है, पुलिस झूठ बोल रही है, सच तो अब सामने आएगा।"पिता का दर्द, बेटी को फंसाया जा रहा हैगौर करने वाली बात ये है कि पुलिस और सोनम के पिता, दोनों अपनी-अपनी जगह अड़े हुए हैं। पुलिस का दावा है कि सोनम ने किराए के हत्यारों को बुलाया और पति को मौत के घाट उतरवा दिया।वहीं देवी सिंह, सोनम के पिता, कहते हैं कि "हमारी बेटी ऐसी नहीं है। वह खुद बचते-बचाते गाजीपुर पहुंची। ढाबे से भाई को फोन किया, फिर पुलिस आई। जो बच्ची इस हालत में पहुंची, वो भला कैसे मास्टरमाइंड हो सकती है?"देवी सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने मेघालय सरकार और पुलिस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा, "अपनी छवि बचाने के लिए हमारी बेटी को मोहरा बना रहे हैं।"वहीं सोनम की मां संगीता कहती हैं, "राजा हमारे बेटे जैसा था, उसकी हत्या का असली जिम्मेदार कौन है, ये जानना ज़रूरी है।"DGP का बड़ा खुलासा, पैसे देकर करवाई गई हत्यालेकिन पुलिस की जुबानी कहानी कुछ और कहती है। मेघालय के डीजीपी आई नोंग्रांग ने सोमवार को प्रेस से बातचीत में बताया कि सोनम ने नंदगंज थाना, गाजीपुर में आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया।उनके अनुसार, सोनम ने पैसे देकर तीन हमलावरों को बुलाया था। हत्या उसी वक्त की गई जब ये नवविवाहित जोड़ा हनीमून पर था।सीएम संगमा की पुष्टि, 7 दिन में सफलता, एक आरोपी फरारमुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने सोशल मीडिया पर खुद इस केस की पुष्टि की। उन्होंने लिखा कि "पुलिस ने सात दिन के अंदर इस जघन्य हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। मुख्य आरोपी सोनम ने आत्मसमर्पण कर दिया है, तीन और को गिरफ्तार कर लिया गया है।" हालांकि, अभी भी एक आरोपी फरार है और पुलिस उसे पकड़ने के लिए अभियान चला रही है।गिरफ्तारी और छापेमारी, यूपी से लेकर इंदौर तकफिलहाल गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक उत्तर प्रदेश से और दो इंदौर से पकड़े गए हैं।छापेमारी जारी है, और सूत्र बताते हैं कि सोनम की कॉल डिटेल्स और बैंक ट्रांजैक्शंस से यह सिद्ध होता है कि वह इस साजिश की केंद्रीय कड़ी थी।फिर भी, बात यहीं खत्म नहीं होती, देवी सिंह की माने तो ये सब एक सोची-समझी साजिश है।वो कहते हैं, "अगर हमारी बेटी शादी से नाखुश होती, तो हमें बताती। लेकिन उसने तो कभी मना नहीं किया। ये साफ है कि पुलिस मनमानी कर रही है।"अब सवाल ये उठता है कि आखिर सच्चाई किसके साथ है? क्या सोनम मासूम है या वाकई मास्टरमाइंड?पुलिस का दावा है कि सबूत उनके पास हैं, कॉल रिकॉर्ड्स, लोकेशन ट्रेसिंग और पूछताछ में हुए खुलासे।रिश्तों की गिरती दीवार, मोहब्बत या मौत का सौदा?मगर सोनम की मां कहती हैं, "हमने उसे कभी ऐसी शिक्षा नहीं दी, वो ऐसा कर ही नहीं सकती।" अब यह केस धीरे-धीरे एक पारिवारिक त्रासदी, पुलिसिया जांच और मीडिया की सनसनी के बीच पिसता जा रहा है।जिस लड़की की शादी में ढोल बजे थे, अब उस पर चार्जशीट तैयार हो रही है। जिस राजा ने सात फेरे लिए, अब उसकी चिता की राख भी ठंडी नहीं हुई और सवालों की आंच तेज हो गई है।बात करें अगर सामाजिक दृष्टिकोण की, तो ये केस एक आईना है उस टूटते भरोसे का, जो आज रिश्तों में दिखता है।जहां हनीमून का मतलब प्यार नहीं बल्कि मौत बन जाए, वहां समाज भी हैरान हो जाता है।सच्चाई किसके साथ?अब सबकी नजरें पुलिस जांच पर हैं। क्या सोनम सच में कातिल है या कोई और हाथ इस साजिश के पीछे है? क्या यह महज एक जोड़े की निजी ट्रेजडी है या इसके पीछे है कोई और गहरा राज?बेहतर होगा कि हम जल्दबाज़ी में फैसले न करें। क्योंकि, कहानी अभी खत्म नहीं हुई। आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment