भारतीय सेना अब पुराने दौर की लड़ाई नहीं लड़ रही। टेक्नोलॉजी की धार पर सेना को इस हद तक पैना कर दिया गया है कि अब दुश्मन को तलाशने के लिए न तो जवान की ज़रूरत पड़ेगी और न ही वायरलेस कमांड की।जी हां, अब भारतीय सेना के पास एक ऐसा घातक हथियार आ चुका है जो खुद ही टारगेट की पहचान करेगा और खुद ही उन्हें ढेर भी कर देगा।AI टेक्नोलॉजी से लैस ‘ऑटोनोमस लीथल वेपन सिस्टम, नेगेव LMG’इस अत्याधुनिक हथियार का नाम है, ऑटोनोमस लीथल वेपन सिस्टम नेगेव LMG, जिसे भारतीय सेना और देहरादून स्थित कंपनी BSS मटेरियल ने मिलकर तैयार किया है।इसका परीक्षण हाल ही में 14,000 फीट की ऊंचाई पर किया गया और सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि ये ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा।सेना के अधिकारियों ने खुद इसकी कार्यक्षमता को परखा और सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आते ही इसे 'भारत का यमराज हथियार' कहा जाने लगा है।बिना इंसानी दखल के टारगेट लॉक और खत्मइस हथियार की सबसे खतरनाक खासियत ये है कि यह बिना किसी मानव दखल के काम करता है। मतलब, न गन उठाने की ज़रूरत और न ट्रिगर दबाने की।इसमें एडवांस्ड AI सेंसर और कैमरा लगे हैं, जो किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पहचान सकते हैं।जैसे ही कोई संदिग्ध मूवमेंट या व्यक्ति नजर आता है, यह सिस्टम खुद ही अलर्ट होता है और तत्काल कार्रवाई कर देता है।सीमा पर आतंकियों की घुसपैठ होगी नामुमकिनपाकिस्तान से लगातार हो रही घुसपैठ और ड्रोन गतिविधियों को देखते हुए यह हथियार भारत के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है। LOC और अन्य संवेदनशील बॉर्डर इलाकों में इस हथियार की तैनाती से आतंकियों का सफाया आसान हो जाएगा।यह हथियार खुद ही चुपचाप दुश्मन को खोजेगा और बिना किसी चेतावनी के फायर कर देगा।यानी जहां अब तक जवानों को जान जोखिम में डालनी पड़ती थी, अब वहां AI हथियार दुश्मनों को मिटा देगा।बर्फीले इलाके, घने जंगल, हर मोर्चे पर तैयारये नेगेव LMG खासतौर पर उन इलाकों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जहां इंसानी तैनाती जोखिम भरी हो सकती है। ऊंचाई वाले बर्फीले क्षेत्र, घने जंगल, आतंक प्रभावित ज़ोन, हर जगह ये सिस्टम खुद ऑपरेट करेगा।सेना के मुताबिक, इसका इस्तेमाल खासतौर पर उन मिशनों में किया जाएगा जहां हर सेकंड की अहमियत हो और दुश्मन तक पहुंचना मुश्किल हो।सुरक्षा ढांचे में नया अध्यायAI हथियारों का यह दौर भारत की सैन्य शक्ति को एक नई ऊंचाई दे रहा है। हाल के दिनों में BSF भी पुराने बॉर्डर फेंसिंग सिस्टम को हटाकर नई टेक्नोलॉजी आधारित सुरक्षा प्रणाली तैयार कर रहा है।जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वो नई तकनीक को बेहतर तरीके से ऑपरेट कर सकें।भारत का जवाब - टेक्नोलॉजी से दुश्मन को धूलभारत ने साफ संकेत दे दिया है, अब लड़ाई मैदान की नहीं, माइक्रोचिप्स की है। AI आधारित हथियार, ड्रोन सुरक्षा नेटवर्क, और ऑटोनोमस मशीन गन से लैस भारतीय सेना अब किसी भी चुनौती के लिए तैयार है।अगर पाकिस्तान या कोई और दुश्मन देश भारत की तरफ आंख उठाएगा, तो अब पहले से कहीं ज्यादा तेज, खतरनाक और स्मार्ट जवाब मिलेगा।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment