Vodafone Idea (Vi) ने अब तक की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी पहल की तरफ कदम बढ़ा दिया है।दरअसल, कंपनी ने अमेरिका की सैटेलाइट कम्युनिकेशन कंपनी AST SpaceMobile के साथ साझेदारी की है, जो अब तक SpaceX के क्षेत्र में मानी जाती थी।ये साझेदारी सीधे तौर पर Vi के करोड़ों यूजर्स को फायदा देने वाली साबित हो सकती है, खासकर उन इलाकों में जहां नेटवर्क की पकड़ अभी बेहद कमजोर है।बार-बार कटती कॉल्स से मिलेगी राहतVi यूजर्स को कॉल ड्रॉप, स्लो इंटरनेट और वॉइस ब्रेक जैसी समस्याओं से लंबे समय से दो-चार होना पड़ रहा है। नेटवर्क कवरेज को लेकर Vi की छवि कमजोर रही है।लेकिन अब AST SpaceMobile की मदद से कंपनी डायरेक्ट-टू-मोबाइल सैटेलाइट सर्विस लाने की तैयारी में है, जिससे बिना किसी मोबाइल टावर या नेटवर्क सिग्नल के भी ऑडियो और वीडियो कॉल संभव हो सकेंगी।अंतरिक्ष से की गई पहली मोबाइल कॉल का कमालVi ने बताया कि उसके सैटेलाइट पार्टनर AST SpaceMobile ने इतिहास रच दिया है। कंपनी ने एक साधारण मोबाइल फोन से अंतरिक्ष के जरिए पहली बार वॉयस और वीडियो कॉल की।ये डेमो दर्शाता है कि तकनीक अब इतनी एडवांस हो चुकी है कि नेटवर्क टॉवर की आवश्यकता खत्म होती जा रही है। Vi अब इस पायलट सफलता को भारत में लागू करने के लिए सक्रिय हो चुका है।जल्द शुरू हो सकती है नई सर्विसभले ही Vi ने अभी इसकी लॉन्चिंग की कोई सटीक तारीख नहीं बताई है, लेकिन संकेत साफ हैं कि वह अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को अंतरिक्ष से जोड़ने की तैयारी में है।जून 2023 में AST SpaceMobile ने ये साबित किया था कि उसकी सैटेलाइट टेक्नोलॉजी 10Mbps से ज्यादा की 4G डाउनलोड स्पीड दे सकती है।ऐसे में Vi के यूजर्स आने वाले वक्त में बेहतर वॉयस कॉल, वीडियो कॉल, डेटा स्ट्रीमिंग और इंटरनेट का आनंद ले सकेंगे, वो भी बिना नेटवर्क टॉवर के।क्यों है ये साझेदारी बड़ी बात?Vi और AST SpaceMobile की ये डील न केवल एक तकनीकी छलांग है, बल्कि Vi के लिए एक ब्रांड इमेज रिबूट का भी बड़ा मौका है।Elon Musk की SpaceX जैसी सैटेलाइट कंपनियों से मुकाबला करते हुए Vi अब सीधे मोबाइल को सैटेलाइट से जोड़कर भारत के दूर-दराज के यूजर्स को टारगेट कर सकता है। इससे डिजिटल इंडिया मिशन को भी बड़ी मदद मिलेगी।बहरहाल, आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment