बिहार में हाल ही में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने वोट अधिकार यात्रा निकाली। इस यात्रा के दौरान इंडी गठबंधन के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को कथित तौर पर अपमानजनक शब्दों का सामना करना पड़ा। इस घटना ने राजनीतिक और सोशल मीडिया दोनों प्लेटफॉर्म पर विवाद खड़ा कर दिया। कांग्रेस ने इस मामले में सोशल मीडिया पर एआई जेनेरेटेड वीडियो शेयर किया, जिसमें प्रधानमंत्री और उनकी मां को निशाना बनाया गया। इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी आगबबूला हो गई। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने राजनीतिक बहस की सारी सीमाओं को पार कर दिया है और विपक्ष ने लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन किया है। बीजेपी ने साधा निशाना बीजेपी के नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी की मां का अपमान किया है। उन्होंने कहा, "यह अब गांधी की कांग्रेस नहीं रही; यह गालियों की कांग्रेस बन गई है।" बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री मोदी की मां का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि यह न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह दर्शाता है कि कांग्रेस गरीब और महिला विरोधी सोच को बढ़ावा दे रही है। विवाद की शुरुआत अगस्त के अंत में सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हुई। इस वीडियो में कुछ युवाओं ने इंडी गठबंधन के मंच से पीएम मोदी और उनकी मां को कथित तौर पर गालियां दीं। वीडियो वायरल होने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस और राजद पर तीखा हमला बोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर खुद प्रतिक्रिया दी। बिहार में महिला उद्यमियों के लिए आयोजित एक योजना के शुभारंभ अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं रहीं। उन्होंने याद दिलाया कि कुछ समय पहले उनकी मां ने 100 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद दुनिया को अलविदा कहा। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी मां को राजद-कांग्रेस के मंच से भद्दी गालियां दी गईं, जो बेहद दुखद और पीड़ादायक है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिहार और भारत की जनता किसी भी मां के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, "मैं मोदी आपको एक बार माफ कर दूं, लेकिन बिहार और भारत की धरती ने कभी किसी मां का अपमान बर्दाश्त नहीं किया है।" राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और सोशल मीडिया की बहस इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कांग्रेस और बीजेपी के समर्थकों के बीच बहस तेज हो गई। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह केवल राजनीतिक लाभ के लिए व्यक्तिगत और भावनात्मक मुद्दों का फायदा उठा रही है। कांग्रेस की ओर से एआई वीडियो के माध्यम से किए गए बयान ने विपक्षी दलों के आरोपों को और बल दिया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह मामला बिहार विधानसभा चुनाव और आगामी राजनीतिक रणनीतियों के संदर्भ में काफी संवेदनशील है। विपक्ष और बीजेपी दोनों ही इस घटना को अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। कुल मिलाकर, बिहार में राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा और पीएम मोदी की मां को अपमान का यह मामला न केवल राजनीतिक विवाद बन गया है, बल्कि सोशल मीडिया और जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। Comments (0) Post Comment
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनावी तैयारियों का दौरा 30 सितंबर के बाद, तारीखों की संभावना Sep 22, 2025