टेस्ट सीरीज में पंत के नाम दर्ज होगा नया ऐतिहासिक रिकॉर्ड!

भारतीय टीम के धाकड़ बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक जड़कर सबका दिल जीत लिया था, लेकिन दुर्भाग्यवश टीम हार गई।


मगर गौर करने वाली बात ये है कि पंत के पास अब विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ने का शानदार मौका है।


अगर वो अगले टेस्ट में एक और शतक लगाते हैं तो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में पाँच शतकों के अपने कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे और छठा कर डालेंगे, भारत के लेजेंड मोहम्मद अजहरुद्दीन के रिकॉर्ड की बराबरी भी होगी और सचिन-राहुल के सात शतकों की सूची में प्रवेश का रास्ता साफ हो जाएगा।


पंत की पहली टेस्ट सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन


पहले टेस्ट में पंत ने पहली पारी में 134 और दूसरी पारी में 118 रन बनाए। 11 पारियों में 808 रन और औसत 42.52 की ताकतवर औक़ात ने यह साबित कर दिया है कि वे अच्छे दौर में हैं।


उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी ने इंग्लिश गेंदबाजों को पूरा दबाव में रखा लेकिन टीम हार गई।


इस बात से साफ़ दिखता है कि व्यक्तिगत उम्दा प्रदर्शन को टीम की जीत नहीं मिल पाई, मगर अब पंत टीम इंडिया के लिए इस टेस्ट सीरीज को बराबरी पर ले जाने की उम्मीद की असली किरण बनकर उभर रहे हैं।


समर्थन और दबाव का मेल


भारतीय कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में टीम सीरीज के दूसरे टेस्ट में उतर रही है। टीम इंडिया का उद्देश्य अब 1-1 की बराबरी हासिल करना है। मगर साथ ही पंत के कंधों पर विराट कोहली का रिकॉर्ड टोड़ने की उम्मीद भी है।


यहीं नहीं, अक्सर कहते हैं कि रिकॉर्ड सिर्फ व्यक्तिगत सफलता नहीं होती, बल्कि टीम के लिए भी प्रेरणा बनती है।


इसलिए अगर पंत शतक जमाते हैं तो वे कोहली के रिकॉर्ड के अलावा पूरे भारत को एक नई उमंग देंगे।


कोहली तो अब संन्यासी हैं


विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है, लेकिन उनकी छाप अभी भी अनमिट है। इंग्लैंड के खिलाफ कोहली ने कई यादगार प्रदर्शन दिए हैं।


मगर अब अगली पारी में पंत द्वारा रिकॉर्ड तोड़ दिए जाने पर उनके नाम एक नया अध्याय जुड़ जाएगा, वहीं विराट भी गर्व महसूस करेंगे।


अगला टेस्ट और पंत का फोकस


अगर पंत अगला शतक लगा देते हैं तो वे सातवें ऐसे क्रिकेटर बन जाएंगे जिन्होंने इंग्लैंड में लगातार तीन पारियों में शतक जड़े हों।


यह रिकॉर्ड सचिन और राहुल जैसी बेमिसाल बल्लेबाज़ी से भी ऊँचा दर्जा रखता है। मगर फिर भी पंत का असली लक्ष्य टीम की जीत बनना चाहिए, क्योंकि व्यक्तिगत रिकॉर्ड के मज़े तब तक अधूरे रह जाते हैं जब तक टीम विजयी नहीं रहती।


श्रद्धा और समर्थन से भरा माहौल उन्हें और बढ़ावा दे सकता है।


इंग्लैंड का जो रूट भी खास


वहीं इंग्लैंड टीम के कप्तान जो रूट भी कुछ ही रनों की दूरी पर हैं। यदि वे अगला टेस्ट मैच में 73 रन बना लेते हैं तो भारतीय गेंदबाज़ों के खिलाफ 3,000 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज़ बन जाएंगे।


इस तरह विश्व क्रिकेट जगत में जो रूट का भी एक रिकॉर्ड जुड़ने जा रहा है, जो पंत की उपलब्धि से अलग एक इम्पोर्टेंट कहानी बनेगा।


आने वाला पल, आस और उम्मीद


अब सवाल ये है कि क्या पंत के बल्ले से अगला शतक निकलेगा और टीम की हार को जीत में बदला जाएगा? क्या इंग्लैंड के खिलाफ पंत की बल्लेबाज़ी सिल्वर स्क्रीन की तरह चमकेगी?


हकीकत पता तब चल पाएगी जब दूसरी पारी में कोहली का रिकॉर्ड टूटेगा या नहीं, और क्या टीम वही कर पाएगी जो पहली टेस्ट में नहीं कर पाई।


बहुत से लोग सोचते हैं कि व्यक्तिगत रिकॉर्ड पर ध्यान देने से टीम का फोकस बंटता है। मगर क्रिकेट की इस जंग में टीम लक्ष्य और व्यक्तिगत उपलब्धि साथ-साथ चलती है।


तो पंत के लिए यह पल सिर्फ खुद का रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय फैंस की उम्मीद का पल है।


भारतीय टीम चाहती है कि दूसरा टेस्ट भारत के नाम हो, और पंत की शतकों से उनका सपना हकीकत में तब्दील हो।


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