ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और इंटरनेशनल मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि अब भारत इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर पूरी तरह हावी हो चुका है और वहां फैसले निष्पक्ष नहीं लिए जाते।
भारत को
स्लो ओवर
रेट पर
सजा से
बचाने का
आरोप
क्रिस ब्रॉड ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जब वह भारत के एक मैच में रेफरी थे, तब उन्होंने पाया कि टीम का ओवर रेट काफी धीमा था। नियम के अनुसार, ऐसी स्थिति में टीम पर जुर्माना लगना चाहिए था। लेकिन उन्हें फोन करके कहा गया — “थोड़ा नरमी दिखाओ, कुछ समय निकाल लो क्योंकि ये भारत है।”
अब ICC राजनीति
का अड्डा
बन चुका
है
क्रिस ब्रॉड ने कहा कि आज ICC पर भारत का आर्थिक और राजनीतिक दबदबा साफ दिखाई देता है। “अब सारा पैसा भारत के पास है, और उसने ICC को अपने कब्जे में ले लिया है। मुझे खुशी है कि मैं अब इस सिस्टम का हिस्सा नहीं हूं क्योंकि अब यह पहले से कहीं ज्यादा राजनीतिक हो गया है।”
21 साल
तक रेफरी
रहे ब्रॉड
क्रिस ब्रॉड ने 2003 से 2024 तक कुल 622
इंटरनेशनल
मैचों
में
बतौर
रेफरी
काम
किया।
वह
2024 में
अपने
पद
से
इस्तीफा
दे
चुके
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
ICC ने
उन्हें
आगे
काम
करने
का
मौका
नहीं
दिया,
जबकि
उन्होंने
कभी
भी
कोई
अनुशासनहीनता
नहीं
की
थी।
सौरव गांगुली
के समय
की घटना
का खुलासा
ब्रॉड ने आगे बताया कि एक बार भारत के कप्तान सौरव गांगुली के साथ भी ऐसी स्थिति बनी थी। जब भारत लगातार ओवर रेट में पीछे था, तो उन्होंने ICC से पूछा कि क्या करें — “जवाब मिला — अब कर दो जुर्माना। पहले मैच में मना किया गया, अगले मैच में कहा गया अब लगा दो। यही सिस्टम की कमजोरी है।”
कौन हैं
क्रिस ब्रॉड
क्रिस ब्रॉड, इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और मशहूर तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता हैं। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 26 टेस्ट और 34 वनडे खेले हैं। बाद में वे रेफरी बने और दो दशकों तक ICC के साथ जुड़े रहे। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में आज निष्पक्षता की कमी हो गई है और अब “जो देश पैसा देता है, वही नियम बनाता है।”
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