ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
पाकिस्तान है जो आतंक को पालता है, उसे हीरो बनाता है, जब मौका मिले तो अपनी नापाक सोच से भारत के खिलाफ जहर उगलने से भी पीछे नहीं हटता।
बात अगर क्रिकेट की हो तो याद रखना चाहिए कि अफरीदी और शोएब अख्तर जैसे नाम आज चाहे जितना भी भौंक लें मगर एक वक्त था जब यही लोग भारत की ज़मीन पर खेले, IPL में चमके और मोटी कमाई भी की।
गौर करने वाली बात ये है कि IPL का पहला सीजन जब 2008 में शुरू हुआ था, तब भारत ने सबके लिए दरवाज़े खोले और उस वक़्त पाकिस्तान के 11 क्रिकेटर्स को भी इस नए मंच पर मौका दिया गया।
मगर समय के साथ पाकिस्तान की गिदड़भभकी, उसकी कायरता और उसके खून में बसी नफरत फिर से सिर उठाने लगी। ये एहसानफरामोश चेहरे आज उसी देश के खिलाफ आग उगलते हैं जिसने उन्हें दुनिया के सामने नाम और मंच दिया था।
IPL में खेलकर छाए थे पाक खिलाड़ी, फिर दिखाया असली रंग
बात करें अगर उस दौर की तो कोलकाता नाइट राइडर्स से लेकर दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी टीमों ने इन पाक खिलाड़ियों को मौका दिया। शोएब अख्तर, शाहिद अफरीदी, शोएब मलिक, उमर गुल जैसे नाम उस सीजन में खूब चमके। मगर वहीं कुछ ऐसे चेहरे भी थे जिन्हें लेकर फैंस आज भी अनजान हैं।
तीन ऐसे खिलाड़ी जिनकी IPL मौजूदगी लोगों को नहीं मालूम
यही नहीं, तीन ऐसे पाक खिलाड़ी थे जिनकी मौजूदगी IPL में थी, मगर चर्चा से कोसों दूर।
यूनिस खान - राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले, सिर्फ एक ही मैच मिला।
मोहम्मद आसिफ - दिल्ली के लिए 8 मैच खेले, मगर फिर ड्रग्स और विवादों में फंसे।
सलमान बट - कोलकाता के लिए 7 मुकाबलों में 193 रन, मगर बाद में फिक्सिंग का काला दाग लगा।
बेहतर यही होगा कि ऐसे चेहरों को कभी दोबारा मौका ना दिया जाए क्योंकि जिनके अंदर खेल से ज्यादा नफरत भरी हो, उनके लिए क्रिकेट जैसे मंच पर कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
भारत पर हमला और IPL से पाक खिलाड़ियों का पत्ता साफ
भूलिए मत कि इसी साल यानी 2008 के अंत में हुआ था मुंबई पर वो दिल दहला देने वाला आतंकी हमला, और जैसे ही साफ हुआ कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी, भारत ने एक सेकंड भी नहीं गंवाया। तुरंत IPL से पाक खिलाड़ियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
तब से लेकर आज तक एक भी पाक खिलाड़ी को IPL में जगह नहीं दी गई, क्योंकि भारत अब न सिर्फ दुश्मन को पहचानता है बल्कि उसे मुंहतोड़ जवाब देना भी जानता है।
आज वही खिलाड़ी बन बैठे हैं भारत विरोध के पोस्टर बॉय
आज अफरीदी और अख्तर जैसे नाम पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ गंदी जुबान में बात करते हैं। कश्मीर हो या क्रिकेट, हर मुद्दे पर ये भौंकने से नहीं चूकते।
मगर ये भूल जाते हैं कि भारत ने ही इन्हें एक वक़्त पर सिर पर बिठाया था। ये सब न सिर्फ एहसानफरामोश हैं बल्कि कायर भी हैं, जो अपने देश की नाकामियों का गुस्सा भारत पर निकालते हैं।
भारत ने ठुकराया, अब पाकिस्तान बस देखता रह गया
IPL का 18वां सीजन अब वापस शुरू होने जा रहा है। हां, कुछ समय के लिए भारत पाकिस्तान के बीच तनाव की वजह से इसे रोका गया था मगर जल्द ही ये धमाकेदार वापसी करेगा, और एक बात तय है कि पाकिस्तान के लिए IPL का दरवाज़ा हमेशा के लिए बंद हो चुका है। क्योंकि भारत अब किसी भी आतंकी सोच को क्रिकेट के मैदान में पैर नहीं जमाने देगा।
बात साफ है कि पाकिस्तान ने जिस भारत को कभी दोहन का जरिया बनाया, अब वही भारत उसे उसकी औकात दिखा रहा है। अब न खेल में जगह है, न सम्मान में, और यही है पाकिस्तान की हार, और भारत की सच्ची जीत।
आप के क्या विचार हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें जरूर बताएँ।
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