मुंह में मधुमक्खी गयी और बन गयी मौत की वजह, संजय कपूर के दर्दनाक हादसे से सीखें एक्सपर्ट से जरूरी टिप्स

पोलो खेलते समय या खुली जगह में बात करते हुए हमें अक्सर इरादतन या अनजाने में मक्खी या मच्छर मुंह में चले जाते हैं। लेकिन हाल ही में ये सामान्य-सी घटना फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने नाम संजय कपूर के लिए जानलेवा साबित हुई।

पिछले गुरुवार इंग्लैंड में गायब हुए कपूर साहब 53 वर्ष के थे और उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया। बताया जा रहा है कि मैच के दौरान उनके मुंह में एक मधुमक्खी घुस गई, जिसने गले में डंक मारा।

इसके तुरंत बाद सांस लेने में तकलीफ हुई, उसको अस्पताल ले जाया गया, लेकिन थोड़ी देर में ही वो दुनिया को अलविदा कह गए। ये खबर पूरे देश को झकझोरकर रख गई।


घबराहट से बन सकती है जानलेवा स्थिति

ये घटना हमें सिर्फ दुख पहुंचाने वाली नहीं है। बल्कि उस वक्त की घबराहट और उस पर काबू पाने की रणनीति जान लेना हर व्यक्ति के लिए बेहद ज़रूरी हो गया है।

खुली जगह में बात करते या खाते समय अचानक कोई कीट मुंह में चला जाए, तो शांत नहीं रहना, बजाए तुरंत गलती बचने की कोशिश करनी चाहिए।


एक्सपर्ट डॉक्टर प्रताप चौहान से जानें कैसे रहें तैयार

इस पूरे मामले की फौरी समीक्षा में NDTV मीडिया से बातचीत के दौरान जीवा आयुर्वेद के संस्थापक और आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान ने बताया कि ऐसी स्थिति में विज्ञान और समझ से काम लेना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा:


  1. शांत रहें, घबराएं नहीं

सबसे पहले उन्होंने बताया कि घबराहट में सांस तेज होती है, जिससे कीट श्वासनली में जा सकता है और ये सांस की नली में अवरुद्ध हो सकता है।

इसलिए, पैनिक की स्थिति में फेफड़े की सूजन या ब्लॉकेज जैसी खतरनाक परिस्थिति बन सकती है।


  1. थूक कर बाहर निकालें

अगर कीट अभी तक मुंह में ही है, तो जोर से थूकने की कोशिश करें। इससे कीड़ा आसानी से बाहर निकल सकता है।


  1. गुनगुने पानी से गरारे करें

गरारे करने से भी मुंह और गले की सतह रिलैक्स होती है और चीज़ें बाहर निकलने में मदद मिलती है।


  1. खांसी लाने की कोशिश करें

अगर खांसी से राहत मिलती है तो ये नेचुरल तरीका हो सकता है कीट को बाहर निकालने का। इससे गले की मांसपेशियाँ स्वतः काम करती हैं।


  1. डंक मारने का खतरा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

अगर गले या मुंह में सूजन, सांस लेने में दिक्कत या चक्कर आना जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत अस्पताल ले जाएं।

हो सकता है कीट ने डंक मारा हो और इससे एनेफिलेक्सिस जैसी इमरजेंसी स्थिति उत्पन्न हो।


संजय कपूर की मृत्यु, सिर्फ दुर्घटना नहीं, अलार्मिंग चेता

इस घटना ने सिर्फ एक फिल्मी चेहरे की मौत ही नहीं दिखाई, बल्कि एक आम स्थिति की गंभीरता पर भी लाल झंडी फहरा दी।

खासकर तब जब कोई मधुमक्खी जैसे कीट द्वारा डंक मारा जाए, ये सिर्फ गले में दर्द नहीं, बल्कि हार्ट अटैक तक का कारण बन सकता है।


डॉ. प्रताप चौहान का दूसरा बड़ा इशारा

डॉ. प्रताप ने आगे कहा कि खाना खाते समय या बोली जा रही जगह पर सावधान रहना चाहिए। कीट अक्सर मीठी तरल की ओर आकर्षित होते हैं।

इसलिए जब खुली हवा में बातचीत हो या बाहर भोजन हो, तो हमेशा ध्यान लगाकर मुंह बंद रखें और समय-समय पर निगल कर देखें कि गले में कुछ अटका तो नहीं।


माँ-बाप, बच्चे, बुजुर्ग सभी के लिए जरूरी सावधानी

आज घरों में बच्चे, बुजुर्ग या ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग आसानी से खुली हवा में वक्त बिताते हैं। ऐसे में ये घटना उन सभी के लिए वेकअप कॉल है।

अगर मुंह में मक्खी या मच्छर चला जाए, तो घबराने की बजाय उपरोक्त सरल उपाय करें और अगर लक्षण दिखें तो तुरंत इलाज लें।


बेटा बच गया, पैरेंट्स ने शव देखा और जाग गए

संजय कपूर की मौत ने हमें ये भी बताया कि जल्द निर्णय लेना उससे भी ज़्यादा महत्वपूर्ण है, जब कीट का दर्द गले में हो या हार्ट का दौरा हुआ हो। अस्पताल पहुंचाने में जो विलंब हो सकता है, वो जानलेवा बन सकता है।

इसलिए अगर कीट का डंक गले में हो गया है, तो सांस की तकलीफ हो या सीने में कसकर दर्द हो, तो तुरंत इमरजेंसी नंबर 108 पर कॉल करें।

आखिर में यही सवाल है उठता है कि क्या हम सिर्फ संजय कपूर की मौत को एक दुखद हादसा समझकर भूल जाएंगे, या फिर इसे एक डॉक्टरी चेतावनी बनाकर हर परिवार तक सही जानकारी पहुंचाएंगे?

क्योंकि एक छोटा-सा कीट, एक अनदेखी घटना, और बस कुछ पलों की घबराहट ने एक पूरा जीवन छीन लिया।

आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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