जानिए इज़राइल के हाईटेक डिफेंस के बारे में सब कुछ, जिससे कांपती है आधी से ज्यादा दुनिया!

इज़राइल भले ही एक छोटा देश हो, लेकिन उसकी सुरक्षा व्यवस्था किसी महाशक्ति से कम नहीं मानी जाती।

दशकों से गाजा पट्टी से हमास के रॉकेट, लेबनान से हिज़्बुल्ला की घुसपैठ और ईरान की धमकियों के बीच जी रहे इस देश ने आत्मरक्षा के लिए एक बेहद उन्नत मल्टी-लेयर एयर डिफेंस सिस्टम तैयार किया है।

ये डिफेंस नेटवर्क केवल सैन्य ताकत नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजिकल परफेक्शन का उदाहरण है।

यही कारण है कि जब भी इज़राइल पर रॉकेट या ड्रोन हमला होता है, तो अधिकतर मिसाइलें लक्ष्य पर पहुंचने से पहले ही हवा में नष्ट हो जाती हैं।


Iron Dome: सबसे तेज़ और सटीक रिएक्शन सिस्टम

इज़राइल का सबसे चर्चित एयर डिफेंस हिस्सा है Iron Dome, जो कम दूरी से आने वाले रॉकेट, मोर्टार और शॉर्ट-रेंज मिसाइलों को कुछ ही सेकेंड में पहचानकर मार गिराता है।

ये सिस्टम 4 से 70 किलोमीटर रेंज के हमलों को कवर करता है और इसकी सफलता दर 90% से भी ज्यादा है।

गाजा से जब एक साथ सैकड़ों रॉकेट छोड़े जाते हैं, तब भी ज़मीनी नुकसान न्यूनतम होता है, इसका पूरा श्रेय Iron Dome की रडार-आधारित ऑटोमैटिक ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी को जाता है।


David's Sling: मध्यम दूरी के खतरों से सुरक्षा कवच

जहां आयरन डोम शॉर्ट रेंज में माहिर है, वहीं David’s Sling मीडियम रेंज की मिसाइलों से देश को बचाता है।

इसकी रेंज लगभग 40 से 300 किलोमीटर है और ये बैलिस्टिक व क्रूज़ मिसाइल जैसे जटिल हथियारों को भी ट्रैक करके हवा में खत्म कर सकता है।

ये सिस्टम आयरन डोम की तुलना में ज्यादा खतरनाक और सटीक हमलों से निपटने में दक्ष है, खासकर जब दुश्मन आधुनिक मिसाइल तकनीक का इस्तेमाल करता हो।


Arrow 2 और Arrow 3: अंतरिक्ष में भी कर सकते हैं हमला बेअसर

Arrow-2 और Arrow-3 सिस्टम इज़राइल के सबसे दूरगामी डिफेंस सिस्टम हैं, जो 100 किलोमीटर से भी ज्यादा ऊंचाई से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को अंतरिक्ष में ही इंटरसेप्ट कर सकते हैं।

Arrow-3 को खासतौर पर लंबी दूरी से लॉन्च हुई इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल्स को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है।

इसका मतलब है कि अगर कोई दुश्मन इज़राइल पर दूर बैठकर हमला करना चाहे, तो भी वो Arrow System की नजर से नहीं बच सकता।


Barak-8 और Iron Beam: भारत के साथ साझेदारी और लेज़र तकनीक

Barak-8 मिसाइल सिस्टम भारत और इज़राइल की साझा परियोजना है, जो समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइलों को सटीकता से मार गिराता है।

वहीं इज़राइल का Iron Beam लेज़र-आधारित हथियार है, जो बेहद कम लागत और समय में छोटे ड्रोन या रॉकेट को मार सकता है।

Iron Beam अभी परीक्षण में है लेकिन इसकी सफलता इज़राइल को भविष्य में और अधिक कम खर्चीला और प्रभावी डिफेंस लीडर बना सकती है।


पूरी तरह ऑटोमेटेड सिस्टम, सीख रहे हैं कई देश

इज़राइल का डिफेंस सिस्टम लगभग पूरी तरह AI-ऑपरेटेड है। जैसे ही खतरा ट्रैक होता है, सिस्टम सेकेंड्स में रिस्पॉन्ड करता है।

यही नहीं, ये सिस्टम खुद निर्णय लेकर सही टारगेट को पहचानता और खत्म करता है, जिससे मानवीय हस्तक्षेप की ज़रूरत नहीं रहती।

आज अमेरिका, भारत जैसे देश इस तकनीक का अध्ययन कर रहे हैं और कुछ हिस्सों में इसे इम्प्लीमेंट भी कर रहे हैं।

इज़राइल की ये कामयाबी सिर्फ एक रक्षा प्रणाली नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है, जहां तकनीक और ज़रूरत का अद्भुत मेल देखने को मिलता है।

बहरहाल, आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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