क्या आपकी मिनरल वाटर सच में है ‘मिनरल’? असलियत जान चौंक जाएंगे!

गर्मी का मौसम जो आया है, सीधे सर्द पानी की बोतल लिए बिना घर से निकलना नामुमकिन हो गया है। हर तरफ 20 रुपये की मिनरल वाटर की बोतलें दिखाई देती हैं।

लेकिन सच तो ये है कि उनमें से ज्यादातर सस्ता नल का पानी होता है। मानो नल का पानी ही मिनरल वाटर का Stunts VEGü सी किया जा रहा हो...


PWS क्या है और इसे कैसे पहचानें

अक्सर आपको बोतल पर बड़े-बड़े फ़ॉन्ट में लिखा मिलता है “मिनरल वाटर” या “स्प्रिंग वाटर।”

लेकिन रामपुर की झूठी तरह की बात ये है कि अगर बोतल पर PWS लिखा हो, तो समझो वो Public Water Source यानी सार्वजनिक नल के पानी से भरी जा रही है। हां, वो वही पानी जो शौचालय में भी आता है।

कुछ समय पहले अमेरिका की एक बड़ी कंपनी ने खुद मान लिया था कि उनकी बोतलों में असली मिनरल वाटर नहीं, बल्कि नल का पानी है।

फिर उन्होंने PWS का लेबल लगाना शुरू किया ताकि खरीददार को सच मालूम हो सके।


बोतल कैसे पढ़ें, और क्या देखें?


  1. सोर्स पर ध्यान दो: सिर्फ 20 रुपये का लालच मत लो, बोतल के पीछे देखें।


  1. PWS लिखा है या नहीं?: MINERAL WATER या SPRING WATER जैसी चिट्टियाँ सही दिख रहीं हैं क्या?


  1. मार्क्स की जांच करें: बोतल पर ISI मार्क और FSSAI नंबर जरुर देखें। ये दोनों मिलेंगे तो कम से कम पानी साफ सफाई मानदंड पर खरी उतरती है।


  1. एक्सपायरी डेट बिलकुल देखो: गर्मी में पानी जल्दी दूषित होता है। manufactured और expiry डेट जरूर देखें, कागज़ पर नकली नंबर भी छपे हो सकते हैं।


फर्जी मार्केटिंग में कैसे फंसते हैं लोग?


  1. चमकीले लेबल, बड़ा दाम

“PREMIUM SPRING WATER” लिख के 50 रुपये लेने का जुनून हो रहा है, लेकिन उसमें भरा होता है वही Public Source पानी, बस Sticker fancy होता है।


  1. डिस्काउंट की चाल

“Buy one get one फ्री” या “बम्पर ऑफर” देखकर गिर जाते हैं लोग, पर जब पानी दूषित हो जाए, तो दम घुटता है।


  1. लिंक्ड सेफ्टी का भ्रम

कुछ कंपनियां बोतल पर “Safe for Kids” या “Purified” जैसे शब्द लगाकर नाल का पानी बेचते हैं, लेकिन बैक्टीरिया और रसायन अभी भी मौजूद हो सकते हैं।


सच जानने का तरीका


  • पानी पीने से पहले बोतल खोलकर धुंधला न हो, क्लियर होना चाहिए

  • गंध ठीक होनी चाहिए, क्लोरीन जैसा हुवा तो हाथ पीछे खींचो

  • घुटी पानी, बोतल को थोड़ा पलटके देखें, अगर मिट्टी जैसा कण निकला तो संभल जाओ


क्या करें अगर बोतल लेबल फर्जी निकले?

इस तरह के फर्जीवारे से बचने के लिए आप समर्पित कंज्यूमर नंबर पर कॉल कर सकते हो जो कि 1800-11-2008 (FSSAI नंबर) है।

इसके अलावा आप फ़ोटो और लेबल के साथ लिखकर शिकायत भी भेज सकते हो

या फिर, लोकल प्राधिकरण को रिपोर्ट करें, FSSAI, फूड इंस्पेक्टर या स्थानीय प्रशासन से मिले हुए शोरूम पर चालान हो सकता है।


क्यों जरूरी है सच का पहरा?

  • स्वास्थ्य का मसला है ये: दूषित पानी से पेट की तकलीफ, लीवर, गुर्दे और त्वचा इन्फेक्शन तक हो सकते हैं


  • कानूनी गलती है ये: PWS लिखा होने पर नल का पानी बेचना कानूनन गलत है


  • पैसे की बर्बादी है: खाली जार पर 20 से 50 रुपये का अंतर दोगुना खर्च हो जाता है


भोला मत बनो, पानी भी समझदारी से पीयो

20 रुपये की बोतल लेकर दिल छोटा मत करो; थोड़ी जागरूकता से बड़े फायदे मिल सकते हैं।


बोतल का लेबल जरूर देखो


  • PWS = नल का पानी

  • ISI, FSSAI से पहचान, बिना स्कैन के पानी मत पीयो


पानी बंदा के लिए है, लेकिन अगर वो Public Water Source का नाम पर बिकेगा, तो कितने ही हाथ कटे रहेंगे पता चलने पर।

आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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