ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ग्रेटर
नोएडा के सिरसा गांव में विवाहिता निक्की भाटी की जलाकर हत्या के चर्चित मामले में
कासना कोतवाली पुलिस द्वारा कोर्ट में 500 से अधिक पन्नों की चार्जशीट दाखिल करने के
बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस की जांच पर भरोसा जताया है। परिवार का कहना है कि-लंबे
संघर्ष के बाद अब उन्हें न्याय मिलने की वास्तविक उम्मीद दिखाई देने लगी है। उनका यह
भी कहना है कि अब वे अपनी दूसरी बेटी या छोटे बच्चों को कभी सिरसा गांव नहीं भेजेंगे।
बच्चों का एडमिशन हो गया है और वे रूपबास में ही रहकर पढ़ाई करेंगे।
परिवार
बोला—शुरुआत में बहुत चुनौतियाँ थीं, लेकिन अब उम्मीद जगी
निक्की
के चाचा ने बताया कि मामले की शुरुआत में उन्हें कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
परिवार लगातार आरोपियों पर कार्रवाई की मांग करता रहा, लेकिन अब पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम
की बेहद बारीकी से जांच की है और हर महत्वपूर्ण तथ्य व सबूत को चार्जशीट में शामिल
किया है। इससे स्पष्ट होता है कि यह घटना किसी हादसे का परिणाम नहीं, बल्कि एक योजनाबद्ध
साजिश थी।
परिवार
का कहना है कि यह चार्जशीट उन सभी लोगों के लिए सबक है जो शादी के बाद बेटियों को प्रताड़ित
करते हैं और उनकी जिंदगी को नरक बना देते हैं।
दहेज
और रील बनाने को लेकर होता था विवाद
परिजनों
ने बताया कि निक्की के साथ दहेज, सोशल मीडिया पर रील बनाने और अन्य घरेलू मुद्दों को
लेकर लगातार विवाद होते रहते थे। कई बार दोनों पक्षों की ओर से समझौते की कोशिशें की
गईं, लेकिन हालात सुधारने के बजाय और बिगड़ते गए।
अब
जब पुलिस ने चार्जशीट में सभी गवाहों के बयान और सबूतों को मजबूती से शामिल कर दिया
है, तो परिवार को भरोसा है कि अदालत आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देगी। गांव के कई
लोगों ने भी कहा है कि अब निक्की को आखिरकार न्याय मिलेगा।
सोशल
मीडिया पर चर्चाओं और अफवाहों पर लगा विराम
निक्की
भाटी हत्याकांड पिछले दो महीनों से सोशल मीडिया पर बेहद चर्चा में रहा। कई तरह की अफवाहें
और थ्योरी वायरल होती रहीं। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे।
पुलिस
द्वारा 500 से अधिक पन्नों की विस्तृत चार्जशीट दाखिल करने के बाद अब इन चर्चाओं पर
पूरी तरह विराम लग गया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों की ओर से पेश की गई ‘आत्महत्या
वाली थ्योरी’ पुलिस जांच में पूरी तरह झूठी पाई गई है।
चार्जशीट
में पति, जेठ, ससुर और सास के नाम
चार्जशीट
के अनुसार, निक्की के पति विपिन भाटी, उनके जेठ रोहित भाटी, ससुर सतवीर और सास दया
को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पुलिस का कहना है कि सभी ने आपराधिक षड्यंत्र के तहत
इस वारदात को अंजाम दिया।
घटना 21 अगस्त को हुई थी, जब मारपीट के दौरान निक्की भाटी को कथित रूप से आग लगा दी गई। परिवार वालों द्वारा उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर जलने की वजह से इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अब चार्जशीट दाखिल होने के बाद मामला अदालत की प्रक्रिया के अनुसार आगे बढ़ेगा और निक्की के परिवार को उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही न्याय मिलेगा।
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