वेस्टइंडीज के स्टार बल्लेबाज निकोलस पूरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सारे क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है।बता दें कि, 10 जून 2025 को उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए ये जानकारी दी।29 साल की उम्र में लिया गया ये फैसला क्रिकेट जगत के लिए अप्रत्याशित रहा, खासकर तब जब 2026 टी20 वर्ल्ड कप को लेकर तैयारियां चल रही हैं।पूरन ने अपने पोस्ट में लिखा, "ये निर्णय गहन सोच-विचार और आत्ममंथन के बाद लिया है। वेस्टइंडीज की मैरून जर्सी पहनना, राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना और हर बार मैदान पर उतरकर सब कुछ झोंक देना मेरे लिए गर्व की बात रही है।"उन्होंने ये भी लिखा कि टीम की कप्तानी करना उनके लिए सौभाग्य की बात रही और वो इस अनुभव को हमेशा अपने दिल के करीब रखेंगे।फैंस और परिवार के प्रति आभारनिकोलस पूरन ने फैंस, परिवार और टीम के साथियों का आभार जताते हुए लिखा, "आपके समर्थन और प्यार के लिए धन्यवाद। इस सफर में साथ चलने के लिए मैं हर उस व्यक्ति का आभारी हूं जिसने मुझ पर भरोसा किया। भले ही इंटरनेशनल करियर खत्म हो गया हो, लेकिन वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए मेरा प्यार हमेशा बना रहेगा।"पूरन का इंटरनेशनल करियरटी20 डेब्यू: 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ, दुबईवनडे डेब्यू: 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ, ब्रिजटाउनटेस्ट क्रिकेट: नहीं खेलापूरन ने कुल 61 वनडे में 1983 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं 106 टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 2275 रन बनाए, जिसमें 13 अर्धशतक शामिल हैं।गौरतलब है कि उनका आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला 19 दिसंबर 2024 को बांग्लादेश के खिलाफ टी20 मैच था।कप्तानी और IPL करियरबात करें पूरन के क्रिकेट करियर की तो उन्हे मई 2022 में बतौर वेस्टइंडीज के व्हाइट-बॉल कप्तान के पद पर नियुक्त किया गया था।लेकिन ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप 2022 में खराब प्रदर्शन के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी। IPL 2025 में वो लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेले थे।T20 World Cup से पहले संन्यास, बड़ा झटकापूरन का ये फैसला वेस्टइंडीज क्रिकेट और उनके फैंस के लिए बड़ा झटका है। भारत और श्रीलंका में होने वाले 2026 टी-20 वर्ल्ड कप में उनकी अहम भूमिका मानी जा रही थी, लेकिन संन्यास ने वेस्टइंडीज की रणनीतियों को झटका दे दिया है।पूरन का संदेश और क्रिकेट के लिए योगदानपूरन ने अपने नोट के अंत में लिखा, "क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया है - आनंद, उद्देश्य, और ऐसी यादें जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी। ये फैसला आसान नहीं था, लेकिन ज़रूरी था। मैं हमेशा वेस्टइंडीज की सफलता की कामना करता रहूंगा।"आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment