Online Shopping करते हैं? ये सरकारी सलाह न मानी तो सबकुछ गंवा सकते हैं!

Online Shopping आज के समय की सबसे बड़ी सहूलियतों में से एक बन चुकी है। बस एक क्लिक और मनचाही चीज़ घर पर हाज़िर। लेकिन सुविधा जितनी बड़ी है, खतरा भी उतना ही गहरा होता जा रहा है।

खासकर तब जब ठगी करने वाले Online Shopping करने वालों को निशाना बनाने लगे हों।

सरकार ने इस पर गंभीर चिंता जताई है और खासतौर पर उपभोक्ताओं को सचेत किया है कि अगर वो सावधान नहीं हुए, तो मिनटों में उनका बैंक खाता खाली हो सकता है।

सरकार की ओर से ये चेतावनी सीधे गृह मंत्रालय के अधीन काम कर रही साइबर सुरक्षा पहल Cyber Dost की तरफ से दी गई है।

साइबर दोस्त के आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से एक चेतावनी जारी की गई है जिसमें आम जनता को उन जालों से बचने की सलाह दी गई है जो Online Shopping के नाम पर बिछाए जा रहे हैं।


इन 3 तरह के ठगी में सबसे ज्यादा फसते हैं लोग


  1. नकली वेबसाइट


आजकल स्कैमर्स असली वेबसाइट की हूबहू कॉपी तैयार कर लेते हैं। जैसे ही आप उनके बनाए फेक पेज पर सामान ऑर्डर करके पेमेंट करते हैं, साइट अचानक गायब हो जाती है। न सामान आता है, न पैसा वापस।


  1. फिशिंग डिलीवरी मैसेज


आपके फोन पर अचानक एक मैसेज आता है, “आपका ऑर्डर होल्ड पर है, पेमेंट कंफर्म करने के लिए इस लिंक पर जाएं।”

आप जैसे ही लिंक पर क्लिक करते हैं, आप एक नकली वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं जहां आपकी सारी पर्सनल और बैंक डिटेल चुरा ली जाती है।


  1. सोशल मीडिया विज्ञापन


इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बेहद लुभावने ऑफर्स और भारी छूट वाले विज्ञापन दिखाए जाते हैं।

जब आप उन पर क्लिक करते हैं, तो वो आपको सीधे स्कैम वेबसाइट्स की तरफ ले जाते हैं, जो बाद में आपके पैसे और डाटा दोनों गायब कर देती हैं।


सरकार की ये बातें ध्यान रखिए

Cyber Dost की तरफ से जारी की गई चेतावनी में कहा गया है कि आपके ‘कार्ट’ में पड़ा हर सामान सेफ नहीं है।

एक नजर में मासूम दिखने वाला पेमेंट लिंक आपके बैंक अकाउंट की चाबी साबित हो सकता है। इसलिए:


  • किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे वो ईमेल, SMS या सोशल मीडिया से आया हो।

  • ज्यादा डिस्काउंट और ऑफर्स के नाम पर किसी अनजान वेबसाइट पर पेमेंट न करें।

  • जिस वेबसाइट से आप खरीदारी कर रहे हैं, उसका URL ठीक से जांच लें। अक्सर स्कैम वेबसाइट्स असली साइट का थोड़ा बदला हुआ नाम रखते हैं, जैसे “amazon.in” की जगह “amaz0n.in”।


फेक साइट पहचानने का तरीका


  • URL में 'https' न हो तो सतर्क हो जाइए

  • साइट पर स्पेलिंग मिस्टेक और घटिया डिज़ाइन दिखे तो भरोसा न करें

  • Contact Us पेज पर वैध पता और कस्टमर केयर नंबर हो ये जरूर चेक करें

  • Payment Gateway असामान्य लगे या सिर्फ UPI का ऑप्शन मिले तो अलर्ट हो जाएं


ठगी से बचने के लिए क्या करें?


  1. कभी भी जल्दबाजी में लिंक पर क्लिक न करें।

  2. असली वेबसाइट्स को गूगल पर सर्च करें और वहीं से जाएं।

  3. ओटीपी, डेबिट कार्ड पिन या CVV किसी को न बताएं, चाहे वो डिलीवरी वाला ही क्यों न कहे।

  4. अगर आपसे गलती से कोई ट्रांजैक्शन हो गया है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें और ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाएं।


अगर ठगी हो जाए तो क्या करें?

अगर आपको लगता है कि आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो घबराइए नहीं, तुरंत इन दो चीजों में से एक करें:


  1. राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें

  2. या फिर www.cybercrime.gov.in पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें


जितनी जल्दी आप कार्रवाई करेंगे, उतना ज्यादा नुकसान से बचा जा सकता है।


Online Shopping करें, लेकिन समझदारी से!

सही सावधानियों के साथ Online Shopping अब भी एक शानदार सुविधा है। लेकिन आंख बंद करके भरोसा करना, भारी छूट देखकर जल्दबाजी में क्लिक करना, या बिना सोचे-समझे कार्ड डिटेल डालना भारी नुकसान में बदल सकता है। सरकार की चेतावनी का मकसद आपको डराना नहीं, बल्कि सजग बनाना है।

याद रखिए, अगर आप स्मार्ट उपभोक्ता हैं, तो साइबर ठग आपसे हमेशा एक कदम पीछे रहेंगे।

बहरहाल, आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

Comments (0)