शेफाली की मौत को लेकर पुलिस ने खुलासा किया, बताई मौत की असली वजह!

आपको जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन शेफाली जरीवाला को लेकर सोशल मीडिया पर उड़ती अफवाहों के बीच मुंबई पुलिस और फोरेंसिक टीम ने वक़ई में वही पाया जो सच था।

दरअसल, 27 जून की रात शेफाली जरीवाला अचानक बेहोश हो गईं, और उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें सीधे बेलेव्यू अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने शुरुआती रिपोर्ट में साफ संकेत दिया कि अस्पताल में नहीं बल्कि घर पर ही मौत हो गई थी।


क्या वाकई फ्रिज का खाना खाने के बाद शेफाली का बीपी गिरा?

शेफाली ने घर पर सत्यनारायण पूजा रखी थी और पूजा के बाद फ्रिज का खाना खाया। उनके पति पराग त्यागी के मुताबिक चलते-फिरते वे खाना खाने बैठीं और उसके बाद अचानक बेहोश हो गईं।

पुलिस अधिकारी ने बताया, “डॉक्टर्स को संदेह है कि अचानक उनका बीपी कम हुआ होगा।”

जी हां, बीपी गिरने के चलते उनका शरीर ढलक गया और चीखने से पहले ही दम टूट गया।


घर में मिले सप्लीमेंट्स और बेबाक अफवाही

पुलिस अफसरों ने बताया कि घर में ग्लूटाथियोन और विटामिन से भरे सप्लीमेंट्स मिले, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन जांच में इस पराग और परिवार ने साफ कहा कि अभी तक कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।

यह कोई जहर नहीं, बल्कि पूरक थे, जो बढ़ती उम्र में त्वचा और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उपयोगी माने जाते हैं।


परिवार का बयान और पुलिस की कार्रवाई

पराग त्यागी और परिवार के बयानों के आधार पर पुलिस ने पाया कि कोई भी अफरातफरी नहीं हुई, बल्कि मामला बिल्कुल साधारण हाथ पकड़ने जैसा था। अचानक बीपी गिर गया और बेहोशी ने घर में मौत पैदा कर दी।

पुलिस ने बताया कि अभी तक पराग और परिवार ने हत्या या जहर खाने की कोई शिकायत तक नहीं की है।

सभी का बयान दर्ज कर लिया गया है और मामले को फिलहाल आकस्मिक मौत के तौर पर दर्ज किया गया है।


क्या कहती है फोरेंसिक रिपोर्ट?

पुलिस ने शुरुआती जांच में स्पष्ट कहा है कि वास्तविक कारण बीपी कम होना था। मौत के दौरान मॉर्डन टैबलेट्स की वजह से कोई दुष्प्रभाव नहीं मिला है।

इससे पहले अफवाह थी कि जरीवाला को अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ, लेकिन फोरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। “कार्डियक अरेस्ट” की जगह “हायपोटेंशन” (बीपी गिरना) माना जा रहा है।


सच सामने, अफवाहों को लग गई सेंध

सोशल मीडिया पर खबरों की बाढ़ आ गई थी: ‘श्मशान तक ले जाने की तैयारियां’, ‘फेफड़ों में पानी’, ‘ग्रीन टी ज्यादा पी ली’? लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया कि ऐसी किसी बात का कोई आधार नहीं है।


पराग त्यागी ने कहा, “कोई शिकायत नहीं है, पुलिस ने जो रिकॉर्ड किया है, वह सब सही है।” इसलिए फिलहाल केस को दुर्घटना माना जा रहा है।


आगे क्या होगा?

पुलिस की जांच जारी है और परिवार का बयान दर्ज हो चुका है। अब मामला फोरेंसिक रिपोर्ट पर टिका है, क्या उन्हें किसी बाहरी तत्व से कोई चीज नुकसान पहुंचा, या सिर्फ बीपी की तेजी से गिरावट ने सब खत्म कर दिया।

एक-दो दिन में रिपोर्ट आने के बाद मामला अपनी असलियत सामने रखेगा: भयावह अफवाहों की जगह मानव कहानियों की सच्चाई, जहां बीपी गिरना जीवन का एक किस्सा बन गया।

आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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