ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
अमेरिका में ड्राइविंग स्किल के आधार पर नौकरी कर रहे पंजाबी युवाओं पर ट्रम्प प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। अब वहां ट्रक चलाने वाले ड्राइवरों के लिए इंग्लिश बोलना और ट्रैफिक साइन समझना अनिवार्य कर दिया गया है। इस नियम के तहत हजारों भारतीय, खासकर पंजाबी ड्राइवरों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।
इंग्लिश स्पीकिंग
अब जरूरी
शर्त
अमेरिकी ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी सीन डफी के मुताबिक, नए नियम के तहत सभी ट्रक ड्राइवरों को अंग्रेजी में ट्रैफिक साइन पढ़ना और समझना जरूरी है। इसके अलावा ड्राइवर को अंग्रेजी में बात करने में सक्षम होना चाहिए। सीन डफी ने बताया कि ओबामा प्रशासन के दौरान इस नियम को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसकी वजह से ऐसे कई ड्राइवरों को लाइसेंस मिल गए जो अंग्रेजी बोलना या साइन पढ़ना नहीं जानते थे। अब ट्रम्प प्रशासन ने इसे सख्ती से लागू किया है।
सड़क पर
ही लिए
जा रहे
हैं इंग्लिश
टेस्ट
25 जून 2025 से लागू हुई इस नई पॉलिसी के बाद अमेरिका की पुलिस अब ऑन रोड ट्रक ड्राइवरों का इंग्लिश टेस्ट ले रही है। जिन ड्राइवरों को अंग्रेजी बोलनी नहीं आती या जो ट्रैफिक साइन नहीं समझ पाते, उन्हें वहीं पर ट्रक से उतार दिया जा रहा है। अब तक करीब 7 हजार नॉन-अमेरिकन ट्रक ड्राइवर इस टेस्ट में फेल हो चुके हैं और उनके लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं।
कैलिफोर्निया
में नियमों
को लेकर
विवाद
अमेरिकी ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ने बताया कि कैलिफोर्निया राज्य ने इस नियम का विरोध किया था। वहां अब भी अंग्रेजी बोलना कॉमर्शियल लाइसेंस के लिए अनिवार्य नहीं है। यहां केवल एक बेसिक इंग्लिश टेस्ट लिया जाता है, जिसमें थोड़ी बहुत अंग्रेजी जानने वाले भी पास हो जाते हैं। इसी वजह से ज़्यादातर भारतीय, खासकर पंजाबी ड्राइवर, कैलिफोर्निया से ही लाइसेंस बनवा लेते थे।
अमेरिका में
1.5 लाख पंजाबी
ट्रक ड्राइवर
2021 के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका की ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री में करीब 7.2 लाख विदेशी मूल के लोग काम करते हैं, जिनमें लगभग 1.5 लाख पंजाबी ट्रक ड्राइवर शामिल हैं। पंजाब के युवाओं की मेहनत और भरोसेमंद ड्राइविंग ने उन्हें अमेरिकी सड़कों पर पहचान दिलाई है। हालांकि, बढ़ते हादसों और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को देखते हुए ट्रम्प प्रशासन ने अब कड़े कदम उठाने शुरू किए हैं।
लगातार हादसों
से सख्ती
का कारण
पिछले कुछ महीनों में भारतीय ड्राइवरों से जुड़े कई सड़क हादसों ने अमेरिका में हड़कंप मचा दिया था। 22 अक्टूबर को कैलिफोर्निया में गुरदासपुर के जशनप्रीत सिंह के ट्रक ने तीन वाहनों को टक्कर मार दी, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का दावा था कि जशनप्रीत शराब के नशे में था, हालांकि परिवार ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया।
भारतीय ड्राइवरों
के वीजा
पर रोक
इन लगातार हादसों के बाद अमेरिका ने दो महीने पहले ही भारतीय ट्रक ड्राइवरों के लिए नए वर्क वीजा जारी करने पर रोक लगा दी थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा था कि यह रोक केवल नए वीजा पर लागू होगी, पुराने वीजा वाले ड्राइवरों पर असर नहीं पड़ेगा।
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