ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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भारत और अमेरिका के बीच हाल ही में व्यापारिक रिश्तों को लेकर नई तनातनी देखने को मिली है। अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की है, जिस पर कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी क्रम में भारत की यात्रा पर आए फिजी के प्रधानमंत्री सितवेनी लिगामामादा राबुका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई अपनी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि भले ही कुछ लोग भारत के रुख से खुश न हों, लेकिन पीएम मोदी का व्यक्तित्व इतना विशाल है कि वे हर तरह की असहज स्थितियों का सामना कर सकते हैं।
फिजी के प्रधानमंत्री की भारत यात्रा
आपको बता दें, फिजी के प्रधानमंत्री तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं। उनका यह दौरा दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा, व्यापार, स्वास्थ्य, डिजिटल प्रौद्योगिकी और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से है। इस दौरान भारत और फिजी ने रक्षा संबंधों को नई दिशा देने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है। साथ ही दोनों देशों ने शांतिपूर्ण और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमति जताई।
पीएम मोदी और राबुका की अहम मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी और पीएम राबुका के बीच हुई बैठक में द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार पर गहन चर्चा हुई। रक्षा सहयोग बढ़ाने से लेकर डिजिटल साझेदारी तक कई मुद्दों पर सहमति बनी। राबुका ने कहा कि उनकी बातचीत बेहद सार्थक रही और इससे भारत-फिजी संबंधों को नई ऊंचाई मिलेगी।
अमेरिका को लेकर क्या बोले राबुका?
दिल्ली स्थित सप्रू हाउस में आयोजित भारतीय वैश्विक परिषद (ICWA) के कार्यक्रम 'शांति का महासागर' के दौरान राबुका ने श्रोताओं के साथ बातचीत में खुलासा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अमेरिका के टैरिफ विवाद पर भी चर्चा की।
वैश्विक नेताओं से राबुका की मुलाकातें
राबुका ने बताया कि उनकी अब तक अमेरिका के राष्ट्रपति से कोई व्यक्तिगत वार्ता नहीं हुई है। हालांकि, उन्होंने रूस के राष्ट्रपति से द्विपक्षीय बैठक का अनुरोध किया है। वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ उनकी सार्थक बातचीत हो चुकी है। राबुका का कहना है कि भारत और फिजी जैसे देशों की साझेदारी वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा सकती है।
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