बाबा बागेश्वर यानी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नाम आज किसी पहचान का मोहताज नहीं है। वे जहां जाते हैं, वहां कुछ न कुछ खास जरूर होता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ जब वे यूरोप दौरे के दौरान ब्रिटेन की संसद पहुंचे और वहां हनुमान चालीसा का पाठ हुआ।ये वो पल था जो शायद पहले कभी नहीं देखा गया। ब्रिटिश संसद में हनुमान चालीसा का पाठ पहली बार हुआ और उसमें वहां के कई सांसद और अधिकारी भी शामिल रहे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है।पहली बार संसद में गूंजी 'जय बजरंग बली' की गूंजब्रिटिश संसद में ये कार्यक्रम बुधवार को हुआ और इस मौके पर बाबा बागेश्वर खुद मौजूद थे। उन्होंने खुद हनुमान चालीसा का पाठ किया और वहां मौजूद सभी लोगों ने उसका संग लिया।संसद के इस ऐतिहासिक पल में ब्रिटेन के सांसद, अधिकारी और कई हिंदू श्रद्धालु शामिल थे।संसद जैसे गंभीर जगह पर धर्म और भक्ति का ऐसा संगम वाकई देखने लायक था। लोगों ने इसे एक गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण बताया।सनातन धर्म पर भी हुई बातधीरेंद्र शास्त्री सिर्फ हनुमान चालीसा का पाठ करने नहीं पहुंचे थे, बल्कि उन्होंने ब्रिटिश सांसदों के साथ बैठकर सनातन धर्म पर चर्चा भी की। वहां के लोगों को भारत की आध्यात्मिक संस्कृति और परंपराओं से रूबरू कराया।उन्होंने यह बताया कि कैसे सनातन धर्म सिर्फ एक धर्म नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जो पूरे विश्व को जोड़ने की ताकत रखती है। इस चर्चा में सांसदों ने भी गहरी रुचि दिखाई और उनके विचारों की सराहना की।विदेश में भी बजा भारतीय संस्कृति का डंकाइस पूरे आयोजन से एक बात फिर साबित हो गई कि भारत की संस्कृति, भक्ति और आध्यात्मिकता की पहुंच अब सीमाओं से बाहर जा चुकी है।बाबा बागेश्वर पहले भी दुबई, अमेरिका, कनाडा और कई देशों में कथा कर चुके हैं, लेकिन ब्रिटेन की संसद में इस तरह का पाठ वाकई पहली बार हुआ।इससे विदेशों में रह रहे भारतीयों और हिंदू समुदाय के लोगों को एक नई उम्मीद और गौरव का अनुभव मिला।धीरेंद्र शास्त्री को मिला सम्मानइस कार्यक्रम के अंत में ब्रिटिश सांसदों ने धीरेंद्र शास्त्री को सम्मानित भी किया। उन्हें उनके सामाजिक कार्यों, आध्यात्मिक योगदान और सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए सराहा गया।यह सम्मान सिर्फ शास्त्री जी के लिए नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत के लिए था।यह कार्यक्रम सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं था, बल्कि भारत की सभ्यता और संस्कृति की शक्ति को दुनिया के सामने दिखाने का एक बड़ा अवसर था।वीडियो हुआ वायरल, लोग बोले, ‘ये तो ऐतिहासिक है’कार्यक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर हर जगह देखा जा रहा है। लोग इस पल को लेकर भावुक भी हो रहे हैं और गर्व भी महसूस कर रहे हैं।कई लोगों ने लिखा कि यह केवल हनुमान चालीसा का पाठ नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक ताकत का प्रदर्शन है जो अब वैश्विक मंचों तक पहुंच चुकी है।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment