इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुँचकर भारत बना सबसे आगे, शुभांशु शुक्ला टॉप‑10 में कहाँ?

सबसे पहले तो आपसे एक सवाल है, क्या आपको भी लगता है कि शुभांशु शुक्ला ISS तक पहुंचने वाले दूसरे ही भारतीय हैं?

अगर जवाब हाँ है तो आपको बता देते हैं कि बात सच में यही है, यानि कि आप सही हैं। मगर, हैरानी की बात यह है कि भारत या भारतीय मूल के बहुत से और भी दिलेर लोग हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष वैज्ञानिक इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया।

आप भी जानिए कौन कौन आए हैं पहले दस में, और आखिर किस पायदान पर खड़े हैं ये जोरदार इंसान!


टॉप‑10 अंतरिक्ष यात्री सूची


  1. राकेश शर्मा (1984) - पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री, सोयूज‑टी11

  2. शुभांशु शुक्ला (2025) - Axiom‑4 मिशन के साथ ISS तक पहुंचे

  3. कल्पना चावला - भारतीय मूल की पहली महिला NASA एस्ट्रोनॉट

  4. सुनीता विलियम्स - भारतीय‑अमेरिकी, दोदा मिशन में लगी हिस्सा

  5. राजा चारी - भारतीय मूल अमेरिकी, SpaceX Crew‑3 कमांडर

  6. अनिल मेनन - हाल ही NASA में चुने गए भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री

  7. सिरीशा बंदला - भारतीय अंतरिक्ष पर्यटक, स्पेस फ्लाइट में रही सहभागी

  8. प्रशांत नायर - भारतीय‑अमेरिकी अस्ट्रोनॉट उम्मीदवार

  9. अजीत कृष्णन - भारतीय मूल अस्ट्रोनॉट उम्मीदवार

  10. अंगद प्रताप - भारतीय मूल अंतरिक्ष उम्मीदवार


आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत ने सिर्फ एक दो नहीं, बल्कि दस से ज़्यादा अंतरिक्ष यात्रियों को दुनिया के सबसे बड़े स्पेस प्रोग्राम से जोड़ा है।

दरअसल विज्ञान‑टेक की दुनिया में भारत की उपस्थिति पहले से मजबूत थी पेशी में पर ये सारे नाम ग्राउंड ब्रेकर हैं। कल्पना चावला से लेकर राजा चारी‑सुनीता विलियम्स तक, हर एक ने देश‑विदेश में भारतीय नाम का सम्मान बढ़ाया है।


शुभांशु शुक्ला क्यों ख़ास हैं?

शुभांशु शुक्ला नाम सुनकर लगता है कि ये सिर्फ एक और भारतीय अंतरिक्ष यात्री है, पर मज़ेदार बात यह है कि वे वायुसेना के पायलट से शुरू करके ISS पर पहुंचे पहले भारतीय नागरिक हैं।

आपको हासिल हो सकता है यह अहसास कि राकेश शर्मा के बाद उनका नाम जितनी गरिमा से जुड़ा है, उतनी ही जल्दी हीरो की तरह भारत का नाम चमका दिया है इन्होंने।

शायद आपको पता ना हो पर Axiom‑4 मिशन एक प्राइवेट स्पेस मिशन है जो NASA और Axiom Space का कमाल है। यही वजह है कि उन्होंने ISS का रास्ता तलाशा और इतिहास रच दिया।


टॉप‑10 लिस्ट में बाकी लोगों का योगदान

कल्पना चावला करें या सुनीता विलियम्स, इन दोनों ने दिखाया कि भारतीय महिलाओं का भी स्पेस में कदम बेलगाम है।

कल्पना ने दो मिशन किए, जबकि सुनीता Williams तक पहुंची और दो बार स्पेस स्टेशनों पर रहीं।

वहीं राजा चारी ने अंतरिक्ष की कमान संभाली और SpaceX Crew‑3 मिशन के साथ काम किया।

इसके अलावा, अनिल मेनन, सिरीशा बंदला जैसे नाम इस सूची में इसलिए भी शामिल रहे क्योंकि उन्होंने स्पेस फ्लाइट या मिशन उम्मीदवारों में कमर कस ली और भारतीय आशा को यूँ चमका दिया कि देश‑दुनिया में नज़र टिक गई।

कुल मिलकर भारतीय मूल के वैज्ञानिक‑वीर जो स्पेस में हाथ आजमा रहे हैं, उनकी वजह से भारत या भारतीय मूल की प्रतिभा की धमक अब सिर्फ पृथ्वी पर नहीं, बल्कि बाहरी अंतरिक्ष तक भी पहुँच चुकी है।


जानने के बाद आप भी हो जाएंगे प्रेरित

जब आप इस खबर को पढ़ रहे हैं तो आपके मन में भी यह जज्बा उठ रहा होगा कि क्यों ना मैं भी कुछ बड़ा करूं।

दरअसल विज्ञान केवल कॉलेज या लैब तक सीमित नहीं है, बल्कि आपकी सोच का सफ़र है, आपकी मेहनत है, आपका खुद का अदभुत करिश्मा है, और अगर कोई एक सपना है, तो शुभांशु शुक्ला जैसा नाम आपको दिखाता है कि जब मेहनत की हिम्मत हो, तो ISS तक पहुंचना कोई मज़ाक नहीं है।

शुभांशु शुक्ला का नाम सिर्फ एक और रिकॉर्ड नहीं है, यह एक प्रेरणा है, एक मिसाल है कि आप भी कर सकते हो, और भारत का टॉप‑10 अंतरिक्ष यात्री लिस्ट यह साबित करता है कि हमारी असली ताकत हमारी उम्मीद और हुनर है।

आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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