ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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पाकिस्तान
में मंगलवार को इस्लामाबाद और खैबर पख्तूनख्वा में हुए हमलों ने देश में सुरक्षा चिंता
को बढ़ा दिया है। इन हमलों के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बयान दिया
कि अफगानिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
इस्लामाबाद
आत्मघाती हमले में 12 की मौत
इस्लामाबाद
में हुए आत्मघाती विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई और 36 लोग घायल हुए। ख्वाजा आसिफ
ने Geo News को इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान को इन हमलों के जवाब के लिए मजबूर होना
पड़ा है। उन्होंने कहा, “खुदा ने चाहा तो जरूर जवाब देंगे। अफगानिस्तान में मौजूद आतंकी
ठिकानों पर हमले को नकारा नहीं जा सकता।”
हमले
के आरोप पर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के अलग बयान
इस
घटना को लेकर पाकिस्तान में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। प्रधानमंत्री शहबाज
शरीफ ने इस हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया, जबकि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने
अफगान सरकार पर हमला करने का आरोप लगाया। ख्वाजा ने कहा कि अफगानिस्तान की धरती से
पाकिस्तान में आतंकियों की घुसपैठ की जा रही है।
उन्होंने
यह भी दावा किया कि पिछले एक साल में 2500 से 3000 आतंकियों को पाकिस्तान में भेजा
गया। इनमें से अधिकतर अलग-अलग इलाकों में मौजूद हैं और मरने वाले आतंकियों में लगभग
55% अफगानी नागरिक थे।
अफगानिस्तान
पर भरोसा नहीं कर सकते पाकिस्तान
ख्वाजा
आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान आश्वासनों पर भरोसा नहीं कर सकता, क्योंकि अफगान सरकार पर
उनके खुद के लोग भी भरोसा नहीं करते। उनका मानना है कि अफगानिस्तान में मौजूद कुछ तत्व
पाकिस्तान में आतंक फैलाने में सक्रिय हैं।
आर्मी
कॉलेज पर नाकाम आतंकी हमला
इस्लामाबाद
धमाके से एक दिन पहले, पाकिस्तानी सेना ने खैबर पख्तूनख्वा के वाना शहर में एक आर्मी
कॉलेज पर आतंकी हमला रोक दिया। एपी (AP) के अनुसार, छह पाकिस्तानी तालिबान लड़ाके इस
कॉलेज पर हमला करने पहुंचे थे।
वाना
इलाका लंबे समय से पाकिस्तानी तालिबान, अल-कायदा और अन्य चरमपंथी संगठनों का गढ़ माना
जाता है। सेना की कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि तीन आतंकवादी कॉलेज कैंपस
में घुसने के बाद एक इमारत में फंसे।
पुलिस
अधिकारी आलमगीर महसूद ने बताया कि सभी कैडेट, प्रशिक्षक और स्टाफ सुरक्षित हैं। हालांकि
इस हमले में करीब 16 नागरिक और कुछ सैनिक घायल हुए। साथ ही, कॉलेज के पास बने कुछ घरों
को भी नुकसान पहुंचा।
देश
और सेना की सतर्कता
इन
घटनाओं ने पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों और सेना की सतर्कता को बढ़ा दिया है। देश
के रक्षा मंत्री के बयान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ सख्त
कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
ख्वाजा
आसिफ के अनुसार, आतंकवाद के खिलाफ यह लड़ाई केवल पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए नहीं,
बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है। अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकी
ठिकानों पर कार्रवाई की संभावना पर अब पूरी नजर रखी जा रही है।
पाकिस्तान
में लगातार बढ़ते आतंकवादी हमलों और आंतरिक सुरक्षा खतरों ने देश की स्थिति को तनावपूर्ण
बना दिया है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का बयान और सेना की कार्रवाई यह दिखाती है कि
पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है। आने वाले
समय में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सुरक्षा मुद्दों पर कड़ी प्रतिक्रिया और कार्रवाई
की उम्मीद है।
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