देश में भ्रष्टाचार के कई मामले ऐसे सामने आए हैं जिन्होंने सरकारों की छवि को प्रभावित किया, नेताओं के राजनीतिक करियर को झकझोर दिया और जनता का विश्वास हिला दिया। हाल ही में IRCTC होटल घोटाले ने फिर सुर्खियां बटोरी हैं। इस मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार और साजिश के आरोप तय हुए हैं। राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले के बाद यह मामला फिर चर्चा में है। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या IRCTC होटल घोटाला भारत के सबसे बड़े घोटालों में गिना जा सकता है? भारत के सबसे बड़े घोटाले 2G स्पेक्ट्रम घोटाला:भारत का यह सबसे चर्चित और आर्थिक रूप से सबसे बड़ा घोटाला माना जाता है। इस मामले में मोबाइल टेलीकॉम कंपनियों को 2G स्पेक्ट्रम लाइसेंस उनके वास्तविक बाजार मूल्य से कई गुना कम कीमत पर दिए गए। अनुमानित नुकसान लगभग 1.76 लाख करोड़ रुपये बताया गया। इस घोटाले ने तत्कालीन यूपीए सरकार की छवि को प्रभावित किया और राजनीति में भारी हलचल मचाई। कोयला आवंटन घोटाला:भारत के कोयला ब्लॉकों को उद्योगपतियों को बिना सही प्रक्रिया के आवंटित करने का आरोप इस घोटाले में था। इससे सरकारी खजाने को लगभग 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह घोटाला भी राजनीतिक और कानूनी दृष्टि से बहुत बड़ा माना गया। कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला:2010 में दिल्ली में आयोजित कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन, स्टेडियम निर्माण और उपकरण खरीद में भ्रष्टाचार हुआ। अनुमानित नुकसान लगभग 70,000 करोड़ रुपये का बताया गया। इस घोटाले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को भी प्रभावित किया। नीरव मोदी और PNB घोटाला (2018):हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) का इस्तेमाल कर पंजाब नेशनल बैंक से लगभग 13,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया और चुकाया नहीं। यह बैंकिंग सेक्टर के सबसे बड़े धोखाधड़ी मामलों में गिना जाता है। विजय माल्या बैंक लोन धोखाधड़ी (2016):शराब कारोबारी विजय माल्या ने कई सरकारी बैंकों से कुल 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के लोन का निजी फायदा उठाया। यह मामला वित्तीय घोटालों में बहुत चर्चित रहा। चारा घोटाला:झारखंड (तत्कालीन बिहार) का यह सबसे बड़ा घोटाला था। इसमें सरकारी खजाने से किसानों के चारे के लिए आवंटित करोड़ों रुपये का गबन किया गया। राशि अलग-अलग जांचों में बढ़कर हजारों करोड़ रुपये तक बताई गई। इसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सहित कई राजनेताओं और अधिकारियों का नाम सामने आया। IRCTC होटल घोटाले की तुलना IRCTC होटल घोटाला, जिसमें लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव आरोपी हैं, आर्थिक रूप से ऊपर बताये गए घोटालों की तुलना में काफी छोटा है। इसमें कथित रूप से कुछ करोड़ रुपये की अनियमितताओं की बात सामने आई है। हालांकि यह घोटाला राजनीतिक और मीडिया की नजर में बड़ा बन गया क्योंकि इसमें देश के वरिष्ठ नेताओं के नाम जुड़े हैं। जहां बड़े घोटाले जैसे 2G, कोयला ब्लॉक और PNB धोखाधड़ी ने अरबों और लाखों करोड़ रुपये के नुकसान का कारण बने, वहीं IRCTC होटल घोटाला आर्थिक रूप से छोटा है। लेकिन इस मामले की राजनीतिक संवेदनशीलता और मीडिया कवरेज ने इसे चर्चा में बना दिया। यह साबित करता है कि भ्रष्टाचार केवल धन की राशि तक सीमित नहीं रहता, बल्कि जनता की नजर में नेताओं की साख और विश्वास को भी प्रभावित करता है। Comments (0) Post Comment
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