ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान इन दिनों एक चौंकाने वाले अंतरराष्ट्रीय विवाद में फंस गए हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान ने उन्हें अपने देश में आतंकी घोषित कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाक सरकार के गृह मंत्रालय ने आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी करते हुए सलमान खान को एंटी टेररिज्म एक्ट के फोर्थ शेड्यूल में डाल दिया है। इस सूची में शामिल किसी भी व्यक्ति को पाकिस्तान में आतंकवादी माना जाता है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई संभव होती है।
पाकिस्तान
ने जारी
किया नोटिफिकेशन
पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने हाल ही में एक बयान के बाद यह कदम उठाया। सलमान खान के उस बयान से पाकिस्तान को इतनी मिर्ची लगी कि उसने बिना ठोस सबूत के उन्हें आतंकी घोषित कर दिया। गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि सलमान खान को “फोर्थ शेड्यूल” में डाला गया है, जो Anti-Terrorism Act 1997 के तहत आता है।
क्या किसी
को भी
आतंकी घोषित
कर सकता
है पाकिस्तान?
सवाल उठता है — क्या पाकिस्तान को यह अधिकार है कि वह किसी भी व्यक्ति को आतंकवादी घोषित कर दे? तकनीकी रूप से, पाकिस्तान की सरकार को यह अधिकार है कि वह किसी संदिग्ध व्यक्ति या संगठन को फोर्थ शेड्यूल में डाल सकती है। लेकिन इसके लिए पुख्ता सबूत और जांच रिपोर्ट जरूरी होती है।
कानून में
किया गया
संशोधन
हाल के वर्षों में पाकिस्तान ने अपने Anti-Terrorism Act में कई संशोधन किए हैं। अब वहां की सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया विभागों को यह अधिकार मिल गया है कि वे किसी भी व्यक्ति को बिना वारंट हिरासत में ले सकते हैं और पूछताछ कर सकते हैं।
क्या अपील
का अधिकार
है?
अगर किसी व्यक्ति को आतंकी घोषित कर दिया जाए, तो क्या वह इसके खिलाफ कुछ कर सकता है?
जी हां, पाकिस्तान के कानून में अपील और न्यायिक समीक्षा (Judicial Review) का प्रावधान मौजूद है। कोई भी व्यक्ति अदालत का दरवाजा खटखटा सकता है और यह साबित कर सकता है कि उसे गलत तरीके से आतंकवादी घोषित किया गया है।
नतीजा — एक
कूटनीतिक विवाद
सलमान खान के खिलाफ पाकिस्तान की यह कार्रवाई केवल कानूनी नहीं, बल्कि कूटनीतिक विवाद का रूप भी ले सकती है। भारत में इसे एक प्रचार का हथकंडा माना जा रहा है।
Comments (0)
No comments yet. Be the first to comment!