भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव को देखते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा को Z+ सिक्युरिटी से भी ज्यादा बढ़ा दिया गया है।जी हाँ, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान द्वारा भारत में हमले की कोशिशों के बाद उनके काफिले में एक बुलेटप्रूफ गाड़ी जोड़ी गई है।इस गाड़ी को उनके सुरक्षा काफिले का अहम हिस्सा बनाया गया है। इसके अलावा, एस जयशंकर की सुरक्षा में और भी कड़े इंतजाम किए गए हैं।बुलेटप्रूफ सुरक्षा का नया इंतजामएस जयशंकर को जो बुलेटप्रूफ गाड़ी मिली है, वो सुरक्षा के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण और मजबूत है। ये गाड़ी विशेष रूप से डिजाइन की गई है ताकि ये किसी भी हमले का सामना कर सके।गाड़ी के कांच बेहद मोटे होते हैं और लैमिनेटेड होते हैं, जो गोली के आक्रमण को अंदर आने से रोकते हैं।इस गाड़ी का टायर पंक्चर हो जाने पर भी ये 50 किलोमीटर तक चलने में सक्षम रहती है।बुलेटप्रूफ गाड़ी हर तरह के हमले को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जिससे एस जयशंकर की सुरक्षा को लेकर सरकार ने गंभीरता दिखाई है।पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बीच हुआ ऐसाभारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े हुए तनाव को देखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है।पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में हमले की कोशिशें की थीं, जिसके कारण उनकी सुरक्षा में ये बड़े कदम उठाए गए।बता दें, कि हालिया आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के तहत कड़ी कार्रवाई की थी।अब दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति को ध्यान में रखते हुए एस जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाई गई है।पिछले साल भी बढ़ी थी सुरक्षाविदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा पहले भी कई बार बढ़ाई जा चुकी है। पिछले साल अक्टूबर में उन्हें वाई से जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली थी, जिसके तहत सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात किए गए थे।ये सुरक्षा उपाय भी पाकिस्तान से बढ़े हुए खतरे के कारण किए गए थे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बॉर्डर के साथ-साथ देश के अंदर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।आने वाली चुनौतियां और सुरक्षा इंतजामएस जयशंकर की बढ़ी हुई सुरक्षा के बाद, देश के अंदर और बाहर सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए जा रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना ने बॉर्डर और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है।देश में किसी भी प्रकार के आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं। इस माहौल में विदेश मंत्री की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ। Comments (0) Post Comment