ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
दिल्ली में हुए भयानक विस्फोट के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मची हुई है। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार को सरकार की खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर कड़ी आलोचना की और संबंधित विभागों से जवाबदेही की मांग की। उन्होंने सवाल उठाया कि बार-बार इस तरह की सुरक्षा चूक क्यों हो रही है।
खुफिया तंत्र की विफलता पर उठाए सवाल
पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि हमने भूटान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान सुना जहां उन्होंने आश्वासन दिया था कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। लेकिन असली सवाल यह है कि बार-बार खुफिया तंत्र की विफलताएं क्यों हो रही हैं। ऐसी चूक के लिए कौन जिम्मेदार है।
सपा प्रमुख ने कहा कि सरकार को या तो इन विफलताओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए खुफिया तंत्र को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ हमले के बाद कार्रवाई करने से काम नहीं चलेगा बल्कि ऐसी घटनाओं को होने से पहले ही रोकना होगा।
एग्जिट पोल पर भी साधा निशाना
बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल पर टिप्पणी करते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि ये विपक्षी कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने के इरादे से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल एक एजेंडे के तहत हमारा मनोबल गिराने के लिए किए जा रहे हैं। हमने अपने कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने का आग्रह किया है।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि जनता को एग्जिट पोल के झांसे में नहीं आना चाहिए क्योंकि अक्सर ये पोल गलत साबित होते हैं। असली तस्वीर तो वोटों की गिनती के बाद ही सामने आएगी।
बीजेपी पर लगाए साजिश के आरोप
बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पीडीए प्रहरी बनाया है जो यह सुनिश्चित करेगा कि प्रदेश में हर व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में आ जाए और आम जनता और समाजवादी पार्टी का एक भी वोट न कटने पाए।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी जानबूझकर साजिश कर रही है जिससे आम जनता, पार्टियां और कार्यकर्ता इतना दिग्भ्रमित रहें कि वे मतदाता सूची में नाम डलवाने में ही व्यस्त रहें और बीजेपी सरकार से जनता सवाल न पूछ पाए।
सरकारी अधिकारियों पर लगाए आरोप
उन्होंने सरकारी अधिकारियों पर बीजेपी के पक्ष में मत सुनिश्चित करने के लिए काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी, अधिकारियों की कमियां उजागर करेगी और राजनीतिक दलों का सहयोग नहीं कर रहे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चुनाव आयोग से मांग करेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह लोकतंत्र की खुली लूट है और अगर समय रहते इसे नहीं रोका गया तो चुनाव प्रक्रिया की साख पर सवाल उठेंगे। उन्होंने सभी विपक्षी दलों से एकजुट होकर इस मुद्दे पर आवाज उठाने की अपील की।
बीजेपी ने 2022 में की थी बेईमानी
सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी नकारात्मक राजनीति करती है और धोखा देती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बेईमानी की और मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया। यादव ने कहा कि बेईमानी की जड़ निर्वाचन आयोग में है और यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 के चुनाव में हजारों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब थे और कई जगहों पर पोलिंग बूथों पर लोगों को वोट डालने से रोका गया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को दोबारा न होने देने के लिए पार्टी पूरी तरह तैयार है।
चुनाव सुधारों की मांग
अखिलेश यादव ने चुनाव प्रक्रिया में सुधार की मांग करते हुए कहा कि मतदाता सूची की जांच पड़ताल पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक दल को मतदाता सूची की प्रति मिलनी चाहिए ताकि वे अपने कार्यकर्ताओं के नामों की जांच कर सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को सभी राजनीतिक दलों के साथ मिलकर काम करना चाहिए न कि किसी एक पार्टी का पक्ष लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर जनता का भरोसा बना रहना जरूरी है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
दिल्ली धमाके पर वापस आते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि राजधानी में इस तरह की घटना होना सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी विफलता है। उन्होंने कहा कि जब देश की राजधानी में ही ऐसा हमला हो सकता है तो बाकी शहरों में सुरक्षा का क्या हाल होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को सुरक्षा एजेंसियों को बेहतर संसाधन और ट्रेनिंग देनी चाहिए ताकि वे ऐसे हमलों को रोक सकें। उन्होंने कहा कि सिर्फ बयानबाजी से काम नहीं चलेगा बल्कि जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश की जनता को पता होना चाहिए कि उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह इस मामले में पूरी पारदर्शिता बरते और जनता को हर जानकारी दे।
Comments (0)
No comments yet. Be the first to comment!