उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अग्निवीरों को यूपी पुलिस में 20 प्रतिशत हॉरिजॉन्टल आरक्षण देगी। सीएम योगी ने वीर नारियों को संबोधित करते हुए भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है और उन्हें सामाजिक सुरक्षा की पूरी गारंटी मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वादे कम और काम ज्यादा करने में विश्वास रखती है। यूपी पुलिस को किया और मजबूत सीएम योगी ने बताया कि यूपी में इस समय 4.5 लाख पुलिस कर्मी हैं, जो देश का सबसे बड़ा पुलिस बल है। पिछली सरकारों में पीएसी की कुछ कंपनियां बंद कर दी गई थीं, लेकिन मौजूदा सरकार ने उन्हें फिर से शुरू किया है। उन्होंने कहा कि हर पुलिस लाइन में स्मारक बनाने का काम किया जा रहा है ताकि शहीदों के बलिदान को याद रखा जा सके। कैप्टन मनोज पांडेय के नाम सैनिक स्कूल मुख्यमंत्री ने कारगिल युद्ध के शहीद कैप्टन मनोज पांडेय का भी जिक्र किया और कहा कि लखनऊ में उनके नाम से सैनिक स्कूल खोला गया है। गोरखपुर में भी सैनिक स्कूल स्थापित किया गया है। यह पहल युवाओं को प्रेरणा देने और देश सेवा के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में अहम कदम है। गोरखा युद्ध स्मारक और संग्रहालय का शिलान्यास इससे पहले सीएम योगी और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल सिंह चौहान ने गोरखा युद्ध स्मारक के सौंदर्यीकरण और गोरखा म्यूजियम का शिलान्यास किया। यह कार्यक्रम गोरखा रेजीमेंट के गोरखा भर्ती डिपो (GRD), गोरखपुर में आयोजित हुआ। CDS जनरल चौहान ने इसे ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1886 में कूड़ाघाट (गोरखपुर) में गोरखा भर्ती डिपो की स्थापना हुई थी। गोरखा सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध में अपनी वीरता और अदम्य साहस का परिचय दिया था। इस दौरान लगभग 20 हजार गोरखा सैनिक शहीद हुए थे। उनकी याद में करीब 100 साल पहले युद्ध स्मारक बनाया गया था, जिसका अब नवीनीकरण किया जा रहा है। तीन कारणों से ऐतिहासिक है स्मारक जनरल चौहान ने कहा कि यह स्मारक तीन मायनों में खास है— • यह भारतीय सेना और गोरखा सैनिकों के करीबी रिश्तों का प्रतीक बनेगा।• गोरखा सैनिकों की त्याग और बहादुरी की गाथा को अमर बनाएगा।• भारत-नेपाल रिश्तों को और मजबूती देगा। उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी में भर्ती ली थी, तब अपनी तीनों पसंद गोरखा रेजीमेंट को ही दी थी। उन्होंने कहा कि यह रेजीमेंट उनके 44 साल लंबे सैन्य जीवन की अहम यात्रा का हिस्सा रही है। 44 करोड़ से होगा नवीनीकरण गोरखा युद्ध स्मारक और संग्रहालय के सौंदर्यीकरण पर लगभग 44.73 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय की सीएंडडीएस यूनिट 42 को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। योजना के तहत संग्रहालय, वाटर बॉडी, चहारदीवारी, टिकट काउंटर, लिफ्ट, टॉयलेट ब्लॉक और मौजूदा भवन का जीर्णोद्धार किया जाएगा। साथ ही, लाइट एंड साउंड शो, 7D थिएटर और म्यूरल पेंटिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी। कुल मिलाकर, सीएम योगी के ये ऐलान न सिर्फ शहीदों और सैनिकों के सम्मान को दर्शाते हैं, बल्कि युवाओं में देशभक्ति की भावना को भी मजबूत करते हैं। गोरखा युद्ध स्मारक का नवीनीकरण आने वाली पीढ़ियों को गोरखा सैनिकों की बहादुरी और बलिदान की याद दिलाता रहेगा। वहीं, अग्निवीरों को पुलिस में आरक्षण देकर सरकार ने उनके भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। Comments (0) Post Comment
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