गोरखपुर के सहजनवां क्षेत्र में धर्मांतरण का एक बड़ा मामला सामने आया। यहां के एक घर में गरीब महिलाओं और पुरुषों को ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव और रोशनी को गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि धर्मांतरण के बहाने लोगों को नौकरी, पैसा और बीमारी से मुक्ति का लालच दिया जा रहा था।गिरफ्तारी और छापेमारी29 सितंबर को पुलिस ने लक्ष्मी यादव और रोशनी के घर छापेमारी की। इस दौरान धर्मांतरण से संबंधित कई चीजें बरामद हुईं। इनमें संपूर्ण बाइबिल, पवित्र बाइबिल की किताबें, शुभ समाचार पुस्तिकाएं, मसीही गीत पुस्तक और प्रभु की अनमोल सहायता की पुस्तिका शामिल थीं। इसके अलावा, एक रूमाल भी मिला, जिसे बीमार लोगों पर रखकर उन्हें ठीक करने का दावा किया जाता था। मोबाइल में धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो भी पाए गए।लक्ष्मी की भूमिका और प्रार्थना सभाजांच में पता चला कि लक्ष्मी यादव ही इस घर में पादरी की भूमिका निभा रही थी। वह प्रार्थना सभा में गाती थी और अन्य लोग उसकी बातें दोहराते थे। लक्ष्मी ने इंटरनेट और यूट्यूब से धर्म और प्रार्थना की जानकारी हासिल की थी। इसके बाद वह गांव की गरीब महिलाओं के लिए हर रविवार को स्पेशल प्रार्थना आयोजित करने लगी।लालच और झूठे वादेलक्ष्मी अपने घर पर ब्यूटी पार्लर और सिलाई की ट्रेनिंग भी देती थी। वह दावा करती थी कि उसकी बातें और प्रार्थना करने से लोगों के सारे कष्ट खत्म हो जाएंगे। इसके लिए उसने लोगों को नौकरी और पैसे दिलाने का भी वादा किया। गांव की गरीब महिलाएं उसका शिकार बनीं।शिकायत और पुलिस कार्रवाईगांव वालों ने धर्मांतरण की शिकायत विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल से की। उन्होंने रविवार को सहजनवां थाने में FIR दर्ज कराई। पुलिस ने सोमवार को रेड कर लक्ष्मी और रोशनी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दोनों महिलाओं ने अपने नेटवर्क और अन्य जुड़े लोगों के बारे में जानकारी दी। पुलिस अब इस नेटवर्क की जांच कर रही है।घटना के पीछे की कहानीलक्ष्मी ने पुलिस को बताया कि पांच साल पहले उन्हें पथरी की शिकायत हुई थी। इलाज के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। किसी के कहने पर वह बहराइच गई और वहां एक किताब मिली, जिसे पढ़ने और रोज प्रार्थना करने पर लाभ हुआ। इसके बाद उसने यह प्रक्रिया गांव में भी शुरू की।विवाद और हंगामारविवार सुबह लक्ष्मी के घर प्रार्थना सभा की सूचना पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंचे और हंगामा किया। पुलिस ने मामले को शांत कराया और बाद में FIR दर्ज कर कार्रवाई की। अब पुलिस और खुफिया विभाग मिलकर लक्ष्मी के नेटवर्क की पूरी जांच कर रहे हैं।गोरखपुर का यह मामला धर्मांतरण और झूठे वादों के खतरे को उजागर करता है। गरीब और अशिक्षित लोगों को उनके भरोसे और लालच का फायदा उठाकर ब्रेनवॉश किया जा रहा था। पुलिस की समय पर कार्रवाई और नेटवर्क की जांच भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद करेगी। Comments (0) Post Comment
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