ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
लखीमपुर खीरी में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब शादी समारोह से वापस लौट रही एक ऑल्टो कार अचानक पुल से फिसलकर लगभग 30 फीट नीचे सोती नदी में गिर गई। इस दुर्घटना में कार सवार छह लोगों में से पाँच की मौत हो गई, जबकि चालक को ग्रामीणों ने CPR देकर बचा लिया। यह घटना जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर दूर पढ़ुआ थाना क्षेत्र के ढखेरवा–गिरजापुरी हाईवे पर पारस पुरवा गांव के पास रात 11:40 बजे हुई।
कार गिरने की आवाज सुनकर दौड़ पड़े ग्रामीण
कार के नदी में गिरने की तेज आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत घटनास्थल की ओर दौड़े। नदी में तेज बहाव था, जिसकी वजह से कार लगभग 30 से 40 फीट तक बह गई और थोड़ी ही देर में पूरी तरह डूब गई। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी। रात का अंधेरा होने के कारण टॉर्च की रोशनी और एक नाव की मदद से स्थानीय लोग नदी में उतरे। उन्होंने काफी प्रयास के बाद कार में रस्सी बांधकर उसे किनारे तक खींचा।
गेट लॉक था, शीशा तोड़कर निकाले गए यात्री
जब कार को बाहर निकाला गया, तो पाया गया कि उसका गेट लॉक था। अंदर बैठे लोग बेहोशी की हालत में फंसे हुए थे, इसलिए ग्रामीणों ने ईंट और पत्थरों की मदद से कार का शीशा तोड़कर सभी यात्रियों को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने सभी को CPR देने की कोशिश की, जिसमें से केवल चालक को ही होश आया। बाकी पाँच लोगों की हालत गंभीर थी, जिन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रमिया बेहड़ ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पीड़ित कौन थे?
मरने वाले लोगों की पहचान जितेंद्र (23), घनश्याम (25), लालजी (45), सुरेश (50) और फुरचाली अहमद (50) के रूप में हुई है। इन पाँच में से फुरचाली अहमद को छोड़कर बाकी चारों बहराइच के घाघरा बैराज में फोर्थ ग्रेड कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। कार चालक बबलू (28) ही अकेला व्यक्ति था जो इस दुर्घटना में बच गया और उसकी जान ग्रामीणों की सक्रियता के कारण ही बच पाई।
ड्राइवर ने बताया—कम स्पीड के बावजूद कार फिसल गई
होश में आने के बाद चालक बबलू ने बताया कि कार की गति बहुत तेज नहीं थी, लेकिन पुल पर काफी अंधेरा था। अचानक एक तीखा मोड़ आया और कार फिसलने लगी। उसने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन कार नियंत्रण से बाहर होकर सीधे नदी में गिर गई। उसने बताया कि जैसे ही कार पानी में गिरी, ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंच गए और उनकी सहायता के बिना वह शायद बच नहीं पाता।
घटना के प्रत्यक्षदर्शी अभिमन्यु, रोबिन और उमेश ने बताया कि वे सभी अपने घरों में सो रहे थे, जब उन्हें पुल के पास कार गिरने की आवाज और यात्रियों की चीखें सुनाई दीं। पास में गुजर रहे एक अन्य वाहन चालक ने भी यह हादसा अपनी आंखों से देखा और जोर-जोर से चिल्लाकर लोगों को बुलाया। ग्रामीण तुरंत दौड़कर पहुंचे और देखा कि कार नदी में डूब रही है, जबकि अंदर बैठे लोग हाथ-पैर मार रहे थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाया और खुद नाव लेकर नदी में उतर गए। कार को रस्सी से बांधकर खींचकर बाहर निकाला और शीशा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला। CPR देने पर केवल चालक को ही होश में लाया जा सका।
शादी में गए थे, लौटते समय हुआ हादसा
ये सभी लोग बहराइच के रहने वाले थे और अपने साथी सर्वेश कुमार की भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए लखीमपुर आए थे। विवाह समारोह समाप्त होने के बाद वे रात में ही कार से वापस लौट रहे थे। यात्रा के दौरान यह दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे परिवार और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी।
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