ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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सहारनपुर
के सैयद माजरा गांव में शुक्रवार को एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
पर तेज रफ्तार डंपर बेकाबू होकर एक कार पर पलट गया। इस हादसे में एक 4 साल के बच्चे
समेत 7 लोगों की मौत हो गई। परिवार अंतिम संस्कार में शामिल होने गंगोह जा रहा था।
हादसे
का भयावह दृश्य
प्रत्यक्षदर्शियों
के अनुसार, कार एक्सप्रेसवे पर गांव से एक किमी दूर थी कि तेज रफ्तार डंपर सामने आ
गया। चालक ने ब्रेक लगाया, लेकिन डंपर को संभाल नहीं पाया और वह कार के ऊपर पलट गया।
डंपर पर बजरी भरी हुई थी, जो कार के ऊपर गिर गई। हादसे का इतना भयावह दृश्य था कि
5 फीट लंबी कार मात्र 2 फीट बची।
फंसे
परिवार को बाहर निकालने में हुई कठिनाई
हादसे
के बाद स्थानीय लोग और पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचे। कार में सवार सभी लोग फंस गए थे।
डंपर को हटाने के लिए 3 क्रेन की मदद ली गई। वहीं, कार में फंसे लोगों को निकालने के
लिए घंटों तक बजरी हटानी पड़ी। छत काटकर ही कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सका।
हादसे
में जान गंवाने वाले परिवार के सदस्य
जानकारी
के अनुसार, कार में एक ही परिवार के सात लोग सवार थे। यह थे:
- महेंद्र सैनी की पत्नी रानी देवी
- बेटा संदीप (24) – फार्मासिस्ट
- बेटी जूली (27)
- नाती (4 साल)
- महेंद्र का दामाद शेखर कुमार (28)
- महेंद्र की साली का बेटा विपिन (20)
- रिश्तेदार राजू सैनी (27)
इस
परिवार में एक युवक की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। परिवार सैयद माजरा गांव का रहने
वाला था और मृतक संदीप के पास फार्मेसी का काम था।
डंपर
चालक फरार
हादसे
के तुरंत बाद डंपर चालक मौके से फरार हो गया। एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि कार
से आठ लाशें निकाली गई हैं और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
स्थानीय लोगों का रो-रोकर बुरा हाल था और मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी।
एक्सप्रेसवे
पर सुरक्षा और चेतावनी
हादसे
ने सड़क सुरक्षा की गंभीरता को उजागर किया है। तेज रफ्तार और भारी वाहनों की लापरवाही
अक्सर जानलेवा साबित होती है। इस मामले में एक्सप्रेसवे पर निगरानी बढ़ाने और भारी
वाहनों की गति नियंत्रित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
सहारनपुर डंपर हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। सुरक्षा नियमों का पालन, ड्राइवर की जिम्मेदारी और सड़क पर सतर्कता अनिवार्य है। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि सड़क पर एक क्षणिक लापरवाही भी कई जिंदगियों के लिए घातक साबित हो सकती है।
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