ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
कानपुर
के डेरापुर इलाके से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक मां, जिसने बेटे को
जन्म दिया, उसी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली। वजह सिर्फ
यह थी कि बेटा उसकी गैर मर्द से बन रहे रिश्ते के रास्ते में बाधा बन गया था। और ताकि
हत्या के बाद आर्थिक फायदा भी हो, उसने बेटे के नाम पर चार-चार बीमा पॉलिसियां भी करा
डालीं।
सुबह-सुबह मिला खून से लथपथ शव
27
अक्टूबर की सुबह कानपुर-इटावा हाईवे के बलहरामऊ गांव के पास 23 वर्षीय प्रदीप का शव
मिला। उसके सिर पर भारी चोट के निशान थे और शरीर खून से लथपथ था। प्रदीप आंध्र प्रदेश
में नौकरी करता था और दिवाली मनाने घर आया था। शुरुआती जांच में पुलिस ने इसे हादसा
मानने की कोशिश की, लेकिन जब गहराई से पड़ताल हुई तो कहानी कुछ और निकली।
प्रदीप
के बाबा, जगदीश नारायण ने थाने में एफआईआर दर्ज कराते हुए हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने
कहा कि यह कोई सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है।
ग्रामीणों का हंगामा और पुलिस की सख्त कार्रवाई
गांव
में जब प्रदीप का शव पहुंचा तो माहौल गुस्से से भर गया। ग्रामीणों ने थाने पर हंगामा
किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने
गांव के ही सुक्खा उर्फ ऋषि कटियार और उसके भाई मयंक उर्फ ईशु पर हत्या का केस दर्ज
किया और जांच शुरू की।
एएसपी
राजेश पांडेय ने बताया कि मंगलवार रात पुलिस ने कुटरा मोड़ के पास घेराबंदी की, जहां
ऋषि कार से भागने की कोशिश कर रहा था। लेकिन गाड़ी फंस गई और उसने पुलिस पर फायरिंग
कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और वह गिरफ्तार हो गया।
सिर पर हथौड़ी से किया वार, ताकि लगे हादसा
पकड़े
गए आरोपी ऋषि ने पूछताछ में कबूल किया कि प्रदीप की हत्या हथौड़ी से सिर पर वार कर
की गई थी। फिर शव को हाईवे पर फेंक दिया गया ताकि लगे कि कोई सड़क दुर्घटना हुई है।
हत्या 26 अक्टूबर की रात को की गई थी।
बुधवार
शाम पुलिस ने दूसरे आरोपी मयंक को भी रायरामापुर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से
हत्या में इस्तेमाल हथौड़ी भी बरामद हुई।
मां ममता ने रची थी पूरी साजिश
जांच
में जो खुलासा हुआ, उसने सबको हिला दिया। प्रदीप के पिता संदीप की मौत के बाद उसकी
मां ममता (42) का गांव के ऋषि कटियार से संबंध बन गया था। जब प्रदीप को इसकी भनक लगी,
तो उसने इसका विरोध किया। इसी बात से नाराज होकर ममता ने अपने प्रेमी ऋषि और उसके भाई
मयंक के साथ मिलकर बेटे को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
उन्होंने
पहले प्रदीप के नाम पर चार बीमा पॉलिसियां कराईं, हर एक 40 लाख रुपये की। फिर एक शाम
उसे होटल में खाना खिलाने के बहाने घर से बुलाया, रास्ते में हथौड़ी से सिर कुचल दिया
और शव फेंक दिया।
बीमा की रकम की चाह में मां बनी हत्यारी
ममता
का मकसद था कि बेटे की मौत को दुर्घटना दिखाकर करोड़ों रुपये का बीमा क्लेम मिल जाए।
लेकिन पुलिस की जांच ने उनकी पूरी योजना का भंडाफोड़ कर दिया। फिलहाल प्रेमी ऋषि और
उसका भाई मयंक गिरफ्तार हैं, जबकि ममता फरार है।
पुलिस की सख्त निगरानी, मां की तलाश जारी
पुलिस
ने बताया कि मुख्य आरोपी ममता की तलाश के लिए कई जगह दबिश दी जा रही है। पकड़े गए आरोपी
के खिलाफ पहले भी चोरी और गैंगस्टर एक्ट के केस दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द
ही फरार मां को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि ममता जैसे शब्द को कलंकित करने वाली कहानी है — जहां लालच और वासना ने रिश्तों की सारी मर्यादाएं तोड़ दीं।
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