किस देश के पास है सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल? जानें कौन-कौन से देश आते हैं निशाने पर

दुनिया में इस वक्त मिसाइलों की दौड़ सबसे खतरनाक रूप ले चुकी है। सुपरपावर बनने की होड़ में हर देश लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों को विकसित करने में जुटा है।

लेकिन एक दिलचस्प सवाल ये है कि सबसे लंबी रेंज की मिसाइल किस देश के पास है? चलिए आज इससे पर्दा हटा ही देते हैं!


शैतान-2: सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल

रूस के पास इस समय दुनिया की सबसे लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है। इसका नाम है RS-28 Sarmat, जिसे दुनिया में Satan-2 (शैतान-2) के नाम से भी जाना जाता है।

इसकी मारक क्षमता लगभग 18,000 किलोमीटर है, यानी ये धरती के लगभग हर कोने को निशाना बना सकती है।


क्या है RS-28 Sarmat?

RS-28 Sarmat एक Intercontinental Ballistic Missile (ICBM) है। इसका डिजाइन खासतौर पर परमाणु हथियारों को ले जाने और एक साथ कई टारगेट को हिट करने के लिए किया गया है।

इसमें MIRV यानि कि Multiple Independently targetable Reentry Vehicle की तकनीक है।

इसका मतलब ये है कि मिसाइल एक बार लॉन्च होकर 10 से ज्यादा परमाणु वारहेड्स को अलग-अलग दिशाओं में छोड़ सकती है। यानी एक ही मिसाइल कई शहरों को तबाह कर सकती है।


कितनी खतरनाक है ये मिसाइल?

18,000 किलोमीटर की रेंज का मतलब है कि अगर ये मिसाइल रूस से लॉन्च हो, तो पूरा अमेरिका, यूरोप के सभी देश, एशिया का एक बड़ा हिस्सा, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका जैसे महाद्वीप, कुल मिलाकर ये सभी को अपने निशाने पर ले सकता हैं।

कहने का मतलब है कि RS-28 Sarmat पूरी धरती को टारगेट कर सकती है। यही वजह है कि इसे "डूम्सडे वेपन" यानी प्रलय का हथियार कहा जाता है।


कौन-कौन से देश हैं इस रेस में?

हालांकि रूस सबसे आगे है, लेकिन और भी देश हैं जिनके पास खतरनाक लंबी रेंज वाली मिसाइलें हैं:


  1. RS-28 Sarmat (रूस): रूस का "RS-28 Sarmat" मिसाइल दुनिया के सबसे ख़तरनाक हथियारों में शुमार है।

इसकी रेंज करीब 18,000 किलोमीटर तक जाती है और इसमें MIRV तकनीक का इस्तेमाल होता है यानी एक मिसाइल से कई टारगेट्स पर हमला किया जा सकता है। साथ ही ये परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।

इसे 'सैतान-2' के नाम से भी जाना जाता है, और ये रूस की ताक़त का बड़ा सबूत है।


  1. LGM-30G Minuteman III (अमेरिका): रूस के अलावा, अमेरिका के पास भी "LGM-30G Minuteman III" है, जो एक बेहद दमदार ICBM यानि कि Intercontinental Ballistic Missile है।

इसकी रेंज लगभग 13,000 किलोमीटर तक है और ये पूरी तरह परमाणु हथियारों से लैस है।

साथ ही ये अमेरिका के न्यूक्लियर ट्रायड का अहम हिस्सा है और पिछले कई दशकों से उनकी सेवा में है।


  1. DF-41 (चीन): दूसरी तरफ चीन की ताक़त बढ़ाने वाला "DF-41" मिसाइल भी किसी से कम नहीं।

इसकी रेंज भी लगभग 15,000 किलोमीटर है और इसमें 10 से ज़्यादा वारहेड एक साथ ले जाने की क्षमता है।

इसके साथ मिलता है अत्याधुनिक गाइडेंस सिस्टम, जिससे ये मिसाइल सटीक वार करती है। चीन इसे अपने स्ट्रैटेजिक arsenals में एक गेमचेंजर मानता है।


  1. अग्नि-V (भारत): भारत का गर्व "अग्नि-V" एक स्वदेशी तकनीक से बना मिसाइल है, जिसकी रेंज करीब 5,000 से 8,000 किलोमीटर तक है।

ये मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है और भारत की रणनीतिक शक्ति को मजबूती देता है। देश की रक्षा क्षमताओं में ये एक बड़ा मील का पत्थर है।


  1. Hwasong-17 (उत्तर कोरिया): उत्तर कोरिया का "Hwasong-17" भी इस रेस में पीछे नहीं है। इसकी रेंज करीब 15,000 किलोमीटर है और ये भी परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है।

हाल ही में इसके परीक्षणों ने दुनिया का ध्यान खींचा है और इसे उत्तर कोरिया की अब तक की सबसे बड़ी बैलिस्टिक मिसाइल माना जा रहा है।


क्यों डरता है अमेरिका उत्तर कोरिया से?

अक्सर लोग पूछते हैं कि अमेरिका जैसा सुपरपावर देश भी उत्तर कोरिया की धमकियों पर चुप क्यों रहता है? वजह है वहां की लंबी दूरी तक मार करने वाली परमाणु मिसाइलें।

Hwasong-17 जैसी मिसाइलें अमेरिका के शहरों तक पहुंचने में सक्षम हैं। अगर उत्तर कोरिया गुस्से में कोई कदम उठा ले, तो इसका खामियाजा लाखों जानों को भुगतना पड़ सकता है।


भारत की पोजिशन क्या है?

भारत भी इस रेस में पीछे नहीं है। भारत के पास अग्नि-V मिसाइल है जिसकी रेंज 5,000 से 8,000 किलोमीटर तक मानी जाती है।

ये मिसाइल चीन और पाकिस्तान को पूरी तरह कवर करती है। जल्द ही अग्नि-VI भी टेस्ट हो सकती है, जिसकी रेंज 10,000+ किमी तक हो सकती है।


क्या पूरी दुनिया खतरे में है?

देखा जाए तो हां। अगर ऐसे हथियारों का इस्तेमाल कभी हो गया, तो धरती पर जीवन का नामोनिशान मिट सकता है।

और यही वजह भी है कि दुनियाभर के देश अब आर्म्स कंट्रोल ट्रीटीज़ पर बात कर रहे हैं।

आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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