ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र में रामपुर फतेहपुर गांव के पास सोमवार दोपहर एक
दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जब एक तेज रफ्तार कार आगे
चल रहे ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और
उसमें सवार पांचों छात्र-छात्राएं फंस गए। इस हादसे में 22 वर्षीय छात्रा इशिका की मौत हो गई, जबकि चार अन्य छात्रों का इलाज अस्पताल में जारी है।
कौन थे छात्र
पुलिस आयुक्त कार्यालय के मुताबिक कार में बेनेट यूनिवर्सिटी के पांच छात्र—अन्वी
(पुत्री अमित जैन), युवराज सिंह, हर्ष, यश और इशिका—सफर कर रहे थे।
हादसा 1 सितंबर की दोपहर हुआ और प्राथमिक जांच में कार की
तेज रफ्तार तथा सामने चल रहे ट्रक से अचानक टकराने की बात सामने आई। यह खबर बेनेट यूनिवर्सिटी
समुदाय के लिए भी गहरा झटका है, क्योंकि सभी छात्र एक साथ
यात्रा कर रहे थे।
पुलिस और राहत कार्य
स्थानीय लोगों की सूचना पर थाना दादरी पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर सभी
छात्रों को तुरंत अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों ने जांच के बाद इशिका को मृत घोषित किया, वहीं अन्य चार छात्रों का इलाज जारी है और इनमें से दो
की स्थिति नाजुक बताई गई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और केस
की जांच में ट्रक चालक की भूमिका सहित सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।
हादसा कैसे हुआ
घटना स्थल के पास ट्रैफिक की रफ्तार और दूरी का अनुमान लगाते हुए कार सीधे आगे
चल रहे ट्रक से जा टकराई, जिससे वाहन के परखच्चे उड़
गए। शुरुआती जांच में स्पीड और रिएक्शन टाइम को अहम कारक माना गया है, हालांकि पुलिस सभी तकनीकी बिंदुओं की पुष्टि कर रही है।
ऐसे मामलों में कुछ सेकंड की गलती भी बड़ा नुकसान कर देती है, जैसा कि इस टक्कर में देखने को मिला।
सड़क सुरक्षा पर सवाल
नोएडा-ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में तेज रफ्तार व लापरवाही से ड्राइविंग
के कारण अक्सर हादसों की खबरें आती हैं। प्रशासन समय-समय पर जागरूकता और प्रवर्तन अभियान
चलाता है, लेकिन बढ़ते मामलों से सख्त निगरानी और सतत पालन
की जरूरत साफ दिखती है। यह घटना फिर याद दिलाती है कि नोएडा जैसे शहरी कॉरिडोर में
स्पीड लिमिट, सीट बेल्ट और सुरक्षित दूरी जैसे नियमों का पालन
जीवन बचा सकता है।
ऐसी घटनाएं परिवारों और साथ पढ़ने वाले साथियों के लिए बेहद पीड़ादायक होती हैं और शहर की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सामूहिक सोच की मांग करती हैं। दुर्घटना सिर्फ एक समाचार नहीं, बल्कि चेतावनी है कि बेनेट यूनिवर्सिटी सहित सभी शैक्षणिक समुदायों में सुरक्षित यात्रा की संस्कृति को प्राथमिकता दी जाए। जिम्मेदार ड्राइविंग, ट्रैफिक नियमों का पालन और वाहन नियंत्रण ही भविष्य में ऐसी त्रासदियों को कम कर सकते हैं।
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