ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
दिवाली और छठ पूजा जैसे
बड़े त्योहारों की तैयारियों के बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए एक
चिंताजनक खबर सामने आई है। 2 अक्टूबर से लेकर 20 अक्टूबर तक, यानी करीब 20 दिनों के लिए गंगाजल की आपूर्ति
पूरी तरह से बंद कर दी गई है । इस फैसले से नोएडा, ग्रेटर
नोएडा और ग्रेनो वेस्ट के लाखों लोगों के सामने पानी की किल्लत का खतरा मंडराने लगा
है, वह भी ऐसे समय में जब त्योहारों के कारण पानी
की खपत बढ़ जाती है।
त्योहारों
के समय पानी की भारी किल्लत
गंगाजल की आपूर्ति बंद होने
से करीब 10 लाख की आबादी के प्रभावित होने की आशंका है । यह संकट ठीक दिवाली और छठ
पूजा से पहले आया है, जब घरों में साफ-सफाई से लेकर पूजा-पाठ तक
हर काम के लिए पानी की जरूरत सबसे ज्यादा होती है। छठ पूजा में तो पानी का विशेष महत्व
है, जिसमें
व्रती घुटने तक पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देते हैं । ऐसे में पानी की कमी
लोगों की त्योहार की तैयारियों और उत्साह को फीका कर सकती है।
क्यों
बंद हुई गंगाजल की सप्लाई?
नोएडा-ग्रेनो के अधिकारियों
के अनुसार, यह कटौती हर साल होने वाली एक जरूरी प्रक्रिया
का हिस्सा है। बारिश के बाद गंगा नहर में जमा हुई गाद (सिल्ट) को साफ करने और मुख्य
पाइपलाइन के रखरखाव के लिए यह शटडाउन किया गया है। यह काम देहरा और पालडा में किया
जा रहा है, जो गंगाजल आपूर्ति के मुख्य स्रोत हैं। हालांकि
यह एक नियमित प्रक्रिया है, लेकिन त्योहारों के समय होने के कारण यह लोगों
के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन गया है।
प्रशासन
का क्या है वैकल्पिक प्लान?
पानी की इस बड़ी कटौती से
निपटने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने वैकल्पिक व्यवस्था करने का दावा
किया है। अधिकारियों का कहना है कि गंगाजल की कमी को रैनीवेल और ट्यूबवेल के जरिए पूरा
किया जाएगा । ग्रेटर नोएडा के जैतपुर में बने भूमिगत जलाशय में करीब 40 एमएलडी पानी
का बफर स्टॉक भी रखा गया है, जिससे कुछ दिनों तक अतिरिक्त जरूरत को पूरा
किया जा सकता है । इसके अलावा, प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि जिन
इलाकों में पानी की किल्लत ज्यादा होगी,
वहां टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा।
क्या
प्रशासन के दावे काफी हैं?
हालांकि प्रशासन पूरी कोशिश
कर रहा है कि लोगों को परेशानी न हो,
लेकिन कई सोसायटियों में पहले से ही पानी
की समस्या बनी हुई है। ग्रेनो वेस्ट की निराला एस्टेट सोसाइटी जैसे इलाकों में लोग
पिछले एक महीने से पानी की कमी से जूझ रहे हैं। कई बार पानी का प्रेशर इतना कम होता
है कि ऊपरी मंजिलों तक पानी नहीं पहुंच पाता । लोगों का आरोप है कि बिल्डर और प्राधिकरण
एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपनी जवाबदेही से बचते हैं । ऐसे में, गंगाजल की आपूर्ति ठप होने से स्थिति और भी
बिगड़ सकती है। निवासियों को डर है कि ट्यूबवेल का पानी उनकी जरूरतों को पूरा करने
के लिए नाकाफी साबित होगा।
कुल मिलाकर, अगले कुछ हफ्ते नोएडा और ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रशासन की कोशिशों के बावजूद, त्योहारों के मौसम में पानी की कमी एक बड़ी समस्या बन सकती है। इसलिए, निवासियों को भी सलाह दी जाती है कि वे पानी का इस्तेमाल सोच-समझकर और किफायत से करें।
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