ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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तो, बात नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की है। सपना बड़ा था। उम्मीदें भी। लेकिन... वो उड़ानें? अब भी इंतजार हो रहा है। खबर ये है कि एयरोड्रोम लाइसेंस मई तक के लिए टल गया है। हां, फिर से।
पहले ये सोचा गया था कि घरेलू उड़ानें शुरू होंगी। जल्दी। और फिर थोड़े महीनों में अंतरराष्ट्रीय सेवाएं भी। लेकिन ऐसा लग रहा है, जैसे प्रोजेक्ट की घड़ी रुक गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जाहिर की है। होना भी चाहिए। आखिर ये सिर्फ एयरपोर्ट नहीं, उत्तर प्रदेश के विकास की उड़ान है।
लोग उम्मीद कर रहे हैं। रोजगार, कनेक्टिविटी और एक नया भविष्य। लेकिन देरी? वो परेशान कर रही है। क्या ये सिर्फ सरकारी प्रक्रियाओं की देरी है या फिर और कुछ?
Newsest Hindi ने ग्राउंड रिपोर्ट की। पता चला कि निर्माण कार्य धीमा है। लेकिन सपना? वो अब भी जिंदा है। क्या आपको लगता है ये देरी ठीक है?
बताइए, आप क्या सोचते हैं। जुड़िए Newsest के साथ और अपनी राय साझा कीजिए।
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