नोएडा में यमुना और हिंडन का जलस्तर बढ़ा, 3800 लोग प्रभावित

  • Category:

    नोएडा-ग्रेनो

  • Subcategory:

    Noida And Greater Noida News

नोएडा में बाढ़ का खतरा दिन--दिन बढ़ता जा रहा है। यमुना नदी का जलस्तर अब 207.33 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर है। हालात को देखते हुए शाहदरा ड्रेन के बैराज को बैक फ्लो रोकने के लिए बंद कर दिया गया है, लेकिन इससे ड्रेन का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है।

 सेक्टर-150 सबसे ज्यादा प्रभावित

 यमुना और हिंडन दोनों नदियां उफान पर हैं। इसका सीधा असर नोएडा के सेक्टर-150 और आसपास की सोसाइटियों पर दिख रहा है। यहां पानी घुसने का खतरा मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि यमुना का पानी पुश्ता से टकरा रहा है, जिससे सड़क की हालत भी खराब होती जा रही है। स्थिति को देखते हुए सामाजिक संगठन और प्रशासन मिलकर लोगों को लगातार मदद पहुंचा रहे हैं। सेक्टर-150 के पास राहत और रेस्क्यू अभियान भी चलाया जा रहा है।

 राहत शिविर बनाए गए

 प्राधिकरण ने स्थिति संभालने के लिए सेक्टर-135 और 150 के आसपास राहत शिविर बना दिए हैं। इनमें बख्तावरपुर, छपरौली, कोंडली, नंगली वाजिदपुर, नंगला नगली और झट्टा गांव के बारातघर शामिल हैं। अभी तक यमुना का पानी पुश्ते तक चुका है। अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आने वाले दिनों में पानी पुश्ते को लांघकर सेक्टरों में भी घुस सकता है।

 गांवों में भी बढ़ रहा संकट

 सिर्फ शहर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जेवर, रबूपुरा और दनकौर के गांवों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिलाधिकारी के अनुसार, अब तक तहसील सदर के 12, दादरी के 6 और जेवर क्षेत्र के 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। इन गांवों में करीब 3800 लोग प्रभावित हैं, जिनमें से 2637 लोगों को सुरक्षित निकालकर विभिन्न राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। शिविरों में लोगों के लिए सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है, जहां तीनों वक्त भोजन दिया जा रहा है।

 नाले और ड्रेनेज बने बड़ी चुनौती

 नोएडा में सिंचाई नाला भी लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बना हुआ है। यह नाला दिल्ली से नोएडा होते हुए यमुना में जाकर मिलता है। यमुना और हिंडन दोनों का जलस्तर बढ़ने से नाले में पानी बैक फ्लो कर रहा है। सेक्टर-168 पर बने रेगुलेटर के सभी गेट बंद कर दिए गए हैं, ताकि पानी अंदर जा सके। लेकिन इसका असर यह हुआ कि सीवर और बरसाती नालियों का पानी स्थिर हो गया है। अगर अगले 72 घंटों में भारी बारिश हुई तो इस नाले के ओवरफ्लो होने की आशंका है, जिससे जलभराव की स्थिति और गंभीर हो सकती है।

 24 घंटे कंट्रोल रूम और रेस्क्यू टीमें अलर्ट

 प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे चालू कर दिया है। इसमें तीन-तीन शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं। इनमें से एक टीम जेवर तहसील के महमूदपुर गांव में और दूसरी टीम सेक्टर-150 में काम कर रही है। इसके अलावा पीएसओ 44 बटालियन की टीम थाना दनकौर में और फायर ब्रिगेड की टीम सेक्टर-151 में तैनात की गई है।

 लोगों से अपील

 प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान दें और किसी भी तरह की समस्या होने पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नंबर 0120-2978231, 2978232 और 2978233 पर तुरंत संपर्क करें।

 

Comments (0)