ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें कक्षा के अंदर एक छात्र की शर्ट उतरवाने का मामला सामने आया है। इसी के साथ मिड-डे मील में बच्चों को पिलाए जाने वाले दूध में पानी मिलाने का भी आरोप लगा है।
मामला कस्बा जलालाबाद में स्थित पीएमश्री विद्यालय का है। ये वीडियो वायरल होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और तत्काल जांच के आदेश दे दिए गए। मंगलवार को अतिरिक्त मजिस्ट्रेट हामिद हुसैन खुद स्कूल पहुंचे और पूछताछ की।
कक्षा में शर्ट उतरवाने और दूध में पानी मिलाने की पुष्टि
गौर करने वाली बात ये है कि, वायरल वीडियो में कथित तौर पर प्रधानाध्यापिका गीता देवी कक्षा 4 के एक छात्र की शर्ट उतरवाकर उसे दूसरे छात्र को पहनाते हुए दिखाई दे रही हैं।
इसके अलावा, बच्चों को पिलाए जाने वाले दूध में 15 लीटर तक पानी मिलाने की बात भी सामने आई है। इससे जुड़ा एक और वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें दूध को पतला बताया गया है।
फिलहाल, इन दोनों ही मामलों को गंभीर मानते हुए जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है।
स्टाफ ने भी लगाए गंभीर आरोप
वहीं, जब अतिरिक्त मजिस्ट्रेट स्कूल पहुंचे, तो प्रधानाध्यापिका की अनुपस्थिति में उन्होंने सहायक शिक्षकों ममता देवी, नीलम, कविता, अजीत सिंह, अनिता, जिनेश और अवनीश कुमार से पूछताछ की।
बहुत साफ तौर पर, इन सभी ने प्रधानाध्यापिका गीता देवी पर कई गंभीर आरोप लगाए, जैसे, मिड-डे मील में घोटाला, बच्चों की उपस्थिति में हेरफेर, और मनमानी कार्यशैली।
अब इसे बस यूं समझिए कि, स्टाफ और प्रधानाध्यापिका के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है जो अब खुलकर सामने आ गया है।
मिड-डे मील की गुणवत्ता भी जांची गई
फिलहाल, हामिद हुसैन ने बच्चों से शर्ट उतरवाने वाले मामले में पूछताछ की और साथ ही दाल-चावल का स्वाद चखकर उसकी गुणवत्ता का मूल्यांकन भी किया।
आपको बता दें कि, जब ये पूरी कार्रवाई हो रही थी, उस समय प्रधानाध्यापिका गीता देवी अवकाश पर थीं, जिसके चलते उनका पक्ष मौके पर नहीं मिल पाया।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, टीम ने सभी तथ्यों को संकलित किया और रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को सौंपने की बात कही है।
प्रधानाध्यापिका का पक्ष - ‘राजनीति के तहत लगे आरोप’
अपना पक्ष रखते हुए प्रधानाध्यापिका गीता देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने किसी छात्र की शर्ट नहीं उतरवाई।
उन्होंने इस पूरे मामले को एक राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि स्टाफ उनके खिलाफ झूठे आरोप लगा रहा है।
उनका दावा है कि, कुछ शिक्षक जानबूझकर माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं ताकि उन्हें हटाया जा सके।
पहले भी हो चुकी है शिकायत
दरअसल, प्रधानाध्यापिका गीता देवी की कार्यशैली को लेकर विवाद नया नहीं है। मिड-डे मील में गड़बड़ी और छात्रों की उपस्थिति में हेरफेर के आरोप पहले भी सामने आ चुके हैं।
याद दिला दें कि, कुछ महीने पहले ही स्कूल के कई शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी राहुल धामा को एक शिकायती पत्र सौंपा था, जिसमें गीता देवी पर बच्चों के भोजन में भ्रष्टाचार और कार्य में लापरवाही के आरोप लगाए गए थे।
बहरहाल, आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।
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