ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
राजधानी दिल्ली का आजादपुर रेलवे स्टेशन इन दिनों चर्चा में है। वजह है – यहां तेजी से बढ़ता अतिक्रमण। स्टेशन की हालत देखकर यह कहना मुश्किल हो जाता है कि यह राजधानी का एक व्यस्त रेलवे स्टेशन है या किसी बस्ती का इलाका। प्लेटफॉर्म पर न सिर्फ दुकानें बल्कि कई लोगों ने अपने घर तक बना लिए हैं। इससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्लेटफॉर्म
पर घर
और दुकानें
बन गईं
नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB) नामक एक एनजीओ ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें आजादपुर रेलवे स्टेशन की असली तस्वीर सामने आई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि प्लेटफॉर्म पर कई लोगों ने घर और दुकानें बना रखी हैं। बच्चे प्लेटफॉर्म पर खेलते नजर आ रहे हैं और यात्रियों के आने-जाने के रास्ते पर कबाड़, चारपाइयां और अस्थायी झोपड़ियां खड़ी हैं।
यात्रियों
को हो
रही भारी
दिक्कत
सोशल मीडिया
पर उठी
आवाज
एनजीओ द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने स्टेशन की हालत पर सवाल उठाए। कुछ लोगों ने कहा कि “लगता है स्टेशन का पूरा इलाका कब्जा लिया गया है, और रेल मंत्रालय को इसकी भनक तक नहीं है।” कई लोगों ने स्टेशन की तस्वीरें और वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि यह दिल्ली जैसा शहर नहीं बल्कि किसी पिछड़े इलाके की तस्वीर लगती है।
रेलवे ने
दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद भारतीय रेलवे ने इस मामले पर सफाई दी। रेलवे ने बयान जारी कर कहा कि, “अतिक्रमण की रोकथाम के लिए उत्तर रेलवे, दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई की जा रही है।”
स्थिति सुधारने
की जरूरत
आजादपुर रेलवे स्टेशन नॉर्थ दिल्ली का एक अहम स्टेशन है, जहां रोजाना हजारों लोग सफर करते हैं। ऐसे में प्लेटफॉर्म पर इस तरह का अतिक्रमण न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि रेलवे प्रशासन की लापरवाही भी उजागर करता है।
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