नई दिल्ली, 9 सितंबर 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) को आज सुबह एक बम धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिससे पूरे कैंपस में हड़कंप मच गया। यह घटना मंगलवार सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है, जब कॉलेज के ईमेल पते पर एक अनाम प्रेषक से धमकी भरा संदेश आया। संदेश में दावा किया गया था कि कैंपस में बम प्लांट किया गया है और विस्फोट किसी भी समय हो सकता है। तत्काल कार्रवाई में दिल्ली पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वॉड (बीडीएस), बम डिटेक्शन टीम (बीडीटी) और दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) की टीमें मौके पर पहुंचीं। कॉलेज को खाली कराया गया और व्यापक सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान आपको बता दें मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, जो बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित है, दिल्ली का एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान है। यह 122 एकड़ के विशाल कैंपस में फैला हुआ है और लोक नायक अस्पताल, जीबी पंत इंस्टीट्यूट, मौलाना आजाद डेंटल इंस्टीट्यूट तथा गुरु नानक आई सेंटर जैसे चार प्रमुख अस्पतालों से जुड़ा हुआ है। भारत टुडे और टाइम्स ऑफ इंडिया की रैंकिंग में देश का तीसरा सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेज माने जाने वाले इस संस्थान में हजारों छात्र-छात्राएं और मरीज रोजाना आते हैं। ईमेल की जांच में जुटी पुलिस बता दें धमकी के बाद कॉलेज की कक्षाएं, ओपीडी और अन्य गतिविधियां स्थगित कर दी गईं। छात्रों और स्टाफ को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया, जबकि मरीजों को वैकल्पिक व्यवस्था में भेजा गया। दिल्ली फायर सर्विस के अधिकारियों ने बताया कि धमकी की सूचना मिलते ही कई फायर टेंडर मौके पर भेजे गए। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और साइबर सेल ने भी जांच संभाल ली है। प्रारंभिक जांच में ईमेल का स्रोत ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा है। यह ईमेल किसी विदेशी सर्वर से भेजा गया प्रतीत होता है, जैसा कि हाल की अन्य धमकियों में देखा गया। बम स्क्वॉड ने कैंपस के हर कोने की तलाशी ली, जिसमें लैबोरेटरीज, लाइब्रेरी, हॉस्टल और अस्पताल वार्ड शामिल हैं। डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया गया। फिलहाल कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन सर्च ऑपरेशन जारी है। पुलिस ने आसपास के इलाके में भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। हाल के दिनों में बढ़ी धमकी की घटनाएं यह घटना दिल्ली में हाल के दिनों में बढ़ रही बम धमकी की घटनाओं की कड़ी का हिस्सा लगती है। अगस्त 2025 में दिल्ली के 20 से अधिक कॉलेजों, जैसे जीसस एंड मैरी कॉलेज, को इसी तरह की धमकियां मिली थीं, जो बाद में होक्स साबित हुईं। इसी महीने 50 से ज्यादा स्कूलों को "टेरराइजर्स 111" नामक ग्रुप से धमकी वाले ईमेल आए थे, जिनमें फिरौती की मांग की गई थी। जुलाई में भी 42 स्कूलों और तीन कॉलेजों को प्लास्टिक बैग में छिपे विस्फोटकों की धमकी मिली थी। ये धमकियां ज्यादातर ईस्टोनिया आधारित "एटॉमिकमेल.आईओ" जैसे वेब-बेस्ड ईमेल सर्विस से भेजी गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये साइबर अपराधी या मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति द्वारा की गई होक्स हो सकती हैं, लेकिन हर धमकी को गंभीरता से लिया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, इन धमकियों के पीछे कोई संगठित गिरोह हो सकता है, जो रैनसम मांगता है। साइबर सेल ने आईपी ट्रैकिंग और डिजिटल फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। विपक्ष का आरोप मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले ऐसी घटनाओं पर बीजेपी सरकार पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने का आरोप लगाया था। इस बार भी विपक्ष ने केंद्र सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। स्वास्थ्य मंत्री ने एमएएमसी प्रशासन से संपर्क कर स्थिति की जानकारी ली और प्रभावित मरीजों के लिए वैकल्पिक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने दिया आश्वासन दिल्ली पुलिस और कॉलेज प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और अभी तक किसी खतरे के सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन जब तक तलाशी अभियान पूरा नहीं हो जाता, सुरक्षा में कोई ढील नहीं दी जाएगी। कॉलेज के भीतर और आसपास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना के बाद कॉलेज के छात्रों में डर का माहौल है। एक एमबीबीएस छात्र ने बताया, "हम क्लास में थे जब अचानक अलार्म बजा। सब कुछ बंद हो गया।" डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी धमकियां स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित करती हैं, खासकर जब अस्पताल 24x7 चलते हैं। पुलिस ने जनता से अपील की है कि कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत सूचना दें। जांच पूरी होने के बाद ही कॉलेज को सामान्य संचालन की अनुमति मिलेगी। हालांकि मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज को मिली बम धमकी फिलहाल अफवाह साबित होती दिख रही है, लेकिन इसने छात्रों और स्टाफ को दहशत में जरूर डाल दिया है। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही ईमेल भेजने वाले की पहचान कर ली जाएगी। यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि दिल्ली जैसे बड़े शहरों में सुरक्षा को लेकर हमेशा सतर्क रहना बेहद जरूरी है। Comments (0) Post Comment
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