चंदन मिश्रा मर्डर केस में पुलिस से मुठभेड़, 2 आरोपी गोली लगने के बाद धराए!

चंदन मिश्रा हत्याकांड में अब पुलिस एक्शन के मोड में आ चुकी है। बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया इलाके में सोमवार देर रात एक बड़ी मुठभेड़ हुई, जहां STF और अपराधियों के बीच आमना-सामना हो गया।


दरअसल, पुलिस चंदन मिश्रा की हत्या में शामिल आरोपियों को पकड़ने गई थी, लेकिन जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी।


इसके जवाब में STF ने भी मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई में 2 अपराधियों को गोली लग गई। दोनों को मौके से गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


फायरिंग की शुरुआत किसने की?


गौर करने वाली बात ये है कि मुठभेड़ उस वक्त हुई जब STF की टीम बिहिया-कटेया रोड पर नदी के पास छिपे आरोपियों को पकड़ने पहुंची।


वहीं, आरोपियों ने पुलिस को देखते ही गोलियों की बौछार शुरू कर दी। पुलिस ने तुरंत जवाबी फायरिंग की और कुछ ही मिनटों में दोनों आरोपियों को घायल कर दबोच लिया।


फिलहाल, दोनों आरोपी अस्पताल में इलाजरत हैं और पुलिस की कड़ी निगरानी में हैं। जिन 2 लोगों को गोली लगी, उनमें एक का नाम बलवंत कुमार सिंह है जो बक्सर के लीलाधरपुर परसिया गांव का रहने वाला है और दूसरे का नाम रवि रंजन कुमार सिंह है जो भोजपुर के चकरही गांव से है।


क्या बरामद हुआ मौके से?


आपको बता दें कि इस मुठभेड़ के दौरान STF ने मौके से 2 पिस्टल, एक देसी कट्टा और कई राउंड कारतूस वाली मैगजीन भी बरामद की है।


यही नहीं, शुरुआती पूछताछ में दोनों आरोपियों ने ये भी कबूल किया है कि वो चंदन मिश्रा की हत्या में शामिल थे।


कौन है चंदन मिश्रा और क्यों हुआ था मर्डर?


चंदन मिश्रा की हत्या की गूंज बिहार में काफी चर्चा में रही। पटना के पारस अस्पताल में 10 जुलाई को चंदन की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह पूरा मामला एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया था।


खैर, इस मामले में पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी। हाल ही में पटना पुलिस ने कोलकाता से 4 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था, तौसीफ उर्फ बादशाह, नीशू खान, भीम और हर्ष।


चारों को कोर्ट में पेश करने के बाद तौसीफ को 72 घंटे की पुलिस रिमांड दी गई है, जबकि बाकी तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।


किसके इशारे पर हुआ मर्डर?


अब जो बात सबसे चौंकाने वाली सामने आ रही है, वो ये है कि पुलिसिया पूछताछ में मुख्य आरोपी तौसीफ ने खुलासा किया है कि इस हत्या को अंजाम देने का इशारा बंगाल की पुरूलिया जेल में बंद शेरू सिंह ने दिया था।


तौसीफ ने कबूल किया कि शेरू के इशारे पर ही चंदन मिश्रा को अस्पताल में घुसकर गोली मारी गई थी।


कैसे पहुंची पुलिस बिहिया तक?


दरअसल, STF को पहले से इनपुट मिला था कि चंदन मिश्रा हत्याकांड में शामिल कुछ आरोपी बिहिया-कटेया रोड पर नदी किनारे छिपे हैं।


इसी सूचना के आधार पर STF की टीम मौके पर रवाना हुई और वहां पहुंचते ही गोलीबारी शुरू हो गई।


फायरिंग के दौरान आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया। लोग घबराकर घरों में बंद हो गए और इलाके में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया।


पुलिस ने ऑपरेशन को संभालते हुए पूरे इलाके को घेर लिया और किसी तरह 2 आरोपियों को काबू में लिया।


फिलहाल आगे की कार्रवाई क्या है?


फिलहाल पुलिस दोनों घायलों से अस्पताल में पूछताछ कर रही है और मेडिकल टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।


साथ ही, STF के वरिष्ठ अफसरों की अगुआई में अब बाकी फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। बिहार पुलिस ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में इस केस में और गिरफ्तारी हो सकती है।


कहना गलत नहीं होगा कि चंदन मिश्रा मर्डर केस अब धीरे-धीरे अपने तार खोलता जा रहा है। STF की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने ये साफ कर दिया है कि बिहार पुलिस अब इस केस में किसी भी आरोपी को छोड़ने के मूड में नहीं है।


गोलीबारी, मुठभेड़ और कबूलनामों के बाद अब बारी है उस मास्टरमाइंड शेरू सिंह तक पहुंचने की, जिसके इशारे पर ये खून की कहानी लिखी गई थी।


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।


Comments (0)