ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
दिल्ली
के
वसंत
कुंज
स्थित
श्री
शारदा
इंस्टीट्यूट
ऑफ
इंडियन
मैनेजमेंट
एंड
रिसर्च (SRISIIM) में
एक
बड़ा
यौन
शोषण
कांड
सामने
आया
है।
आरोप
है
कि
संस्थान
से
जुड़े
स्वामी
चैतन्यानंद
सरस्वती
ने
डीन
और
दो
महिला
स्टाफ
के
साथ
मिलकर
छात्राओं
का
शोषण
किया।
पुलिस
की
जांच
में
अब
तक
कई
चौंकाने
वाले
खुलासे
हो
चुके
हैं
और
छात्राओं
के
बयान
इस
मामले
को
बेहद
गंभीर
बनाते
हैं।
ऑफिस बना रखा था यौन उत्पीड़न का अड्डा
अधिकारियों
के
अनुसार, स्वामी
चैतन्यानंद
ने
अपने
ऑफिस
के
ग्राउंड
फ्लोर
को
यौन
शोषण
का
अड्डा
बना
रखा
था।
छात्राओं
का
आरोप
है
कि
स्कॉलरशिप
पर
पढ़ने
वाली EWS कैटेगरी
की
लड़कियों
को
निशाना
बनाया
जाता
था।
उनके
दस्तावेज
जब्त
कर
लिए
जाते
थे
ताकि
वे
न तो
संस्थान
छोड़
सकें
और
न ही
आवाज
उठा
पाएं।
हरिद्वार ले जाकर दरिंदगी का आरोप
आरोप
यह
भी
है
कि
चैतन्यानंद
ने
नई
लग्जरी
कार
खरीदने
के
बाद "विशेष
पूजा" के
बहाने
छात्राओं
को
हरिद्वार
ले
जाया।
वापसी
के
दौरान
उन
पर
यौन
शोषण
किए
जाने
की
बात
सामने
आई
है।
इस
पूरे
नेटवर्क
में
संस्थान
के
डीन
और
दो
महिला
स्टाफ
की
मिलीभगत
भी
सामने
आई
है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
वायु सेना मुख्यालय से आई शिकायत
इस
मामले
का
खुलासा
तब
हुआ
जब 01 अगस्त
को
एयर
फोर्स
हेडक्वार्टर्स
से
एक
शिकायत
आई।
वायु
सेना
के
ग्रुप
कैप्टन
रैंक
के
अधिकारी
ने
ईमेल
भेजकर
बताया
कि SRISIIM में
पढ़
रही
छात्राओं—जिनमें
एयर
फोर्स
अधिकारियों
की
बेटियां
भी
शामिल
थीं—ने यौन उत्पीड़न की शिकायतें की हैं। इसके बाद पीठ ने जांच शुरू कर पुलिस को FIR और
सबूत
सौंपे।
FIR
और सबूत सौंपे गए
02 अगस्त
को
पीठ
ने
वायु
सेना
मुख्यालय
को
जवाब
देते
हुए
जानकारी
दी
कि
आरोपी
चैतन्यानंद
के
खिलाफ FIR नंबर 320/2025 दर्ज
है। 04-05 अगस्त
को
पीठ
ने
पुलिस
को
एक
और
शिकायत
दी, जिसमें 300 से
अधिक
पन्नों
के
सबूत
थे।
इसके
आधार
पर
पुलिस
ने
छात्रों
के
बयान
दर्ज
करने
शुरू
किए।
17
छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप
अब
तक
कुल 32 छात्राओं
के
बयान
दर्ज
किए
जा
चुके
हैं।
इनमें
से 17 ने
सीधे-सीधे स्वामी चैतन्यानंद पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें अश्लील संदेश भेजता था, गंदी भाषा का इस्तेमाल करता था और शारीरिक छेड़छाड़ की कोशिश करता था। छात्राओं ने यह भी बताया कि उन्हें देर रात व्हाट्सऐप पर संदेश आते थे और विरोध करने पर धमकाया जाता था।
गवर्निंग काउंसिल में बदलाव
मामले
की
गंभीरता
को
देखते
हुए
पीठ
ने
चैतन्यानंद
सरस्वती
का
पावर
ऑफ
अटॉर्नी
रद्द
कर
दिया
और 11 सदस्यीय
नई
गवर्निंग
काउंसिल
बनाई।
पुलिस
की
जांच
टीम
लगातार
सबूत
जुटा
रही
है
और
आरोपी
की
तलाश
में
छापेमारी
कर
रही
है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
साउथ-वेस्ट
दिल्ली
की
एडिशनल DCP ऐश्वर्या
सिंह
ने
पुष्टि
की
है
कि PGDM कोर्स
की
छात्राओं
ने
यौन
उत्पीड़न
की
शिकायत
दर्ज
कराई
है।
पुलिस
मामले
की
गहराई
से
जांच
कर
रही
है
और
आरोपियों
को
पकड़ने
के
प्रयास
जारी
हैं।
बहरहाल, SRISIIM संस्थान का यह मामला शिक्षा जगत पर गहरा सवाल खड़ा करता है। जिस जगह पर छात्राएं सुरक्षित माहौल की उम्मीद करती हैं, वहीं उन्हें शोषण का सामना करना पड़ा। अब सभी की नजरें पुलिस और न्याय व्यवस्था पर हैं कि पीड़िताओं को जल्द न्याय मिले और आरोपियों को सख्त सज़ा।
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