देवर-भाभी ने मिलकर करंट से पति को मार डाला, ये है उनके प्रेम-प्रसंग की पूरी साज़िश…


दिल्ली के उत्तम नगर में चंदन मिश्रा की तरह ही अब एक और दिल दहलाने वाली वारदात सामने आई है। इस बार बात है करण देव की हत्या की, जिसमें आरोपित हैं उनकी खुद की पत्नी सुष्मिता और उसका प्रेमी, चचेरा भाई राहुल।


पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हत्या की वारदात ने शब्दों की जगह सिर्फ चीखों, करंट की बिजली और घबराहट को जगह दी है।


अब यहाँ सवाल ये उठते हैं कि आखिर ये हत्या हुई कैसे? क्यों होती दिखी प्रेम-प्रसंग की साज़िश? और क्या सचमुच मोबाइल चैट्स में वो खुलासा हुआ? आइये सब जानते हैं इस रिपोर्ट में!


कब और कहाँ हुई घटना?


दरअसल, ये खौफनाक वारदात सोमवार की रात ओम विहार फेस‑1, उत्तम नगर में हुई।


पुलिस को पहले ही सूचना मिली थी कि सुष्मिता और राहुल करंट से हत्या की योजना बना रहे थे।


इसके बाद जब STF टीम मौके पर पहुंची, तो दोनों आरोपियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसे पुलिस ने पलट जवाबी कार्रवाई कर दबा दिया। फिलहाल दोनों आरोपी गिरफ्तार हैं और अस्पताल में इलाजरत हैं।


चैट में क्या खुलासा सामने आया?


गौर करने वाली बात ये है कि आरोपियों के मोबाइल से जब चैट रिकॉर्ड जांचे गए तो वो सचिन की तरह तेज खुलासा हुआ, “बहुत स्लो सांसें ले रहा है”, “काॅर्बिड टैबलेट साथ में क्यों न दी?” और अंत में “चलो आ जाओ, साथ मिलके करंट से फाइनल करते हैं।” यही चैट इस हत्या की सबसे बड़ी सबूत बनकर सामने आई है।


करंट से ही क्यों हुआ मर्डर?


पुलिस की जांच में सामने आया है कि जब नींद की गोलियों की खुराक से करण की जान नहीं गई, तो पत्नी-प्यारिका ने करंट की योजना बनाई।


आरोप है कि उन्होंने एक्सटेंशन हैंगर से तारों को काटकर प्लास्टिक हटा दी, नंगे तारों को करण के हाथों पर टेप से चिपका दिया और करंट शुरू किया।


खौफनाक दृश्य ये था कि करंट से तड़पता हुआ करण थर-थर कांप रहा था, उसकी सांसें रुक-रुक कर आ रही थी। और पुलिस का कहना है कि संपर्क बंद होने पर ही विपक्ष ने हत्या रुकवाई।


7 साल का बेटा और परिजन क्या कह रहे?


बताया जा रहा है कि वारदात के बाद पत्नी ने चाचा-चचेरे भाई और बेटे को भी शिकार बनाने की कोशिश की। सुबह 7 साल के बेटे के सामने वो बोले, “पापा को करंट लग गया है।”


मृत शरीर को मग्गो अस्पताल लाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। परिजनों का कहना है कि जब बेटे ने पूछा तो सुष्मिता ने कहा, ‘करंट लग गया था।’


पत्नी क्यों नहीं चाहती पोस्टमॉर्टम?


परिजन साझा करते हैं कि जब परिवार ने पोस्टमॉर्टम कराने की बात की, तो सुष्मिता और राहुल ने जमकर हक्क ठोक दिया। फिर पुलिस ने मजबूरन शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। और फिर उसे कब्जे में लेकर जांच शुरू की।


प्रेम-प्रसंग की डिटेल क्या है?


पुलिसिया पूछताछ में पता चला है कि सुष्मिता और राहुल के बीच डेढ़ साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था।


पिछले छह महीने में पत्नी ने सोचा कि पति को रास्ते से हटाना ज़रूरी है, और दो महीने पहले उन्होंने हत्या की साज़िश जमी हुई रची।


वहीं तौसीफ और दो अन्य हत्यारोपियों के साथ भी ये मामला जुड़ा हुआ है, जिनसे इस साज़िश की जड़ें सामने आईं।


अगली कार्रवाई क्या होगी?


पुलिस ने इस मामले में दर्ज FIR में महिला समेत सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या, साज़िश, गैरकानूनी अधिग्रहण और क्रिमिनल कंज्पिरेसी की धाराएँ लगाई हैं। STF अब इस मोरल केस में गहराई से जाँच-पड़ताल कर रही है।


साथ ही हत्या में इस्तेमाल उपकरण और करंट की तारों के छह स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिकल टेस्ट किए जाएंगे। कोर्ट में इसे कल पेश किया जाएगा।


आपको जानकर झटका लगेगा, मगरा अधिकारी बताते हैं कि इस वारदात ने एक तरफ जहाँ प्रेम-प्रसंग की भयावहता को उजागर किया है, वहीं दूसरी तरफ घरेलू सुरक्षित माहौल की जड़ें खोखली कर दी हैं।


हादसे से सामने आता है कि सामाजिक संरचना कितनी नाजुक हो सकती है। एक प्यार भरा रिश्ता अचानक जैसी ज़िंदगी बदल सकता है, और एक मां-पिता की भूमिका बच्चे के सामने कटु रूप ले सकती है।


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।


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