ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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बिहार
विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग समाप्त होते ही एग्जिट पोल के आंकड़े सामने
आ गए हैं। हालांकि चुनाव के असली नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे, लेकिन एग्जिट पोल
ने महागठबंधन और खासकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लिए चिंता की लकीर खींच दी है।
एग्जिट
पोल आंकड़े: महागठबंधन को सीमित सीटें
विभिन्न
एग्जिट पोल के अनुसार, महागठबंधन को केवल 75 से 100 सीटें मिलने का अनुमान है। आरजेडी
को अकेले 50 से 60 सीटें मिलने का अनुमान है, जो 2020 के मुकाबले काफी कम है। 2020
में आरजेडी ने अकेले 75 सीटें जीती थीं।
एग्जिट
पोल्स के मुताबिक अनुमान इस प्रकार हैं:
◘
पीपल्स पल्स: 75-101 सीटें
◘
पीपल्स इनसाइट्स: 87-102 सीटें
◘
मैट्राइज: 70-90 सीटें
◘
चाणक्य स्ट्रैटेजीज: 100-108 सीटें
◘
दैनिक भास्कर: 73-91 सीटें
यदि
ये आंकड़े सही साबित होते हैं, तो महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ जाएंगी और आरजेडी के
लिए यह गंभीर चुनौती होगी।
आरजेडी
का चुनाव अभियान और रणनीति
इस
बार आरजेडी का चुनाव अभियान तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चला। पार्टी के वरिष्ठ नेता
लालू प्रसाद यादव अधिक सक्रिय नहीं रहे। आरजेडी ने इस बार रोजगार, पलायन रोकने और विकास
को चुनाव का मुख्य मुद्दा बनाया।
महागठबंधन
ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करके गठबंधन के भीतर की सारी अटकलें
समाप्त कर दीं। इससे चुनाव अभियान को मजबूती मिली और पार्टी ने जनता से जुड़े मुद्दों
पर फोकस किया।
साल
2020 में आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 23.5% वोट शेयर के साथ 75 सीटें
जीती थीं। उस समय पार्टी का वोट प्रतिशत सबसे अधिक था।
पिछले
चुनाव का असर
2020
के बिहार विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल ने महागठबंधन की मामूली जीत का अनुमान
लगाया था। 11 एग्जिट पोल के औसत अनुसार, महागठबंधन को 125 और एनडीए को 108 सीटें मिलने
की उम्मीद जताई गई थी।
लेकिन
वास्तविक नतीजे पूरी तरह उलट निकले। एनडीए को 125 सीटें मिलीं, जबकि महागठबंधन 110
सीटों पर सिमट गया। उस समय लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) और मुकेश सहनी की विकासशील
इंसान पार्टी (वीआईपी) ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इस
बार 2025 में आरजेडी फिर से 143 सीटों पर मैदान में है, लेकिन पिछले मुकाबले के अनुसार
पार्टी की स्थिति कमजोर मानी जा रही है।
आरजेडी
की चुनौती और भविष्य
एग्जिट
पोल के आंकड़ों ने दिखा दिया कि महागठबंधन के लिए असली लड़ाई कठिन होने वाली है। आरजेडी
को रोजगार और विकास के मुद्दों पर जनता का भरोसा जीतना होगा। इस चुनाव में महागठबंधन
को सीटों की संख्या बढ़ाने और एनडीए को चुनौती देने के लिए रणनीति में बदलाव की आवश्यकता
है। पार्टी के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि 14 नवंबर के वास्तविक नतीजे एग्जिट
पोल के अनुमान से मेल खाते हैं या नहीं।
बिहार
विधानसभा चुनाव 2025 में एग्जिट पोल ने महागठबंधन और आरजेडी के लिए अप्रत्याशित चुनौतियां
पेश की हैं। विकास, रोजगार और युवाओं के मुद्दों पर चुनाव अभियान चलाने के बावजूद,
आरजेडी को सीमित सीटों का अनुमान दिया गया है। असली नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा
कि क्या महागठबंधन इस चुनाव में अपना प्रभाव बनाए रख पाएगा या नहीं।
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