आक्रमणकारियों का महिमामंडन देशद्रोह के समान: योगी आदित्यनाथ

Newsest की  रिपोर्ट में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बहरीच में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तीखे शब्दों में कहा कि आक्रमणकारियों का महिमामंडन करना उनके देशद्रोही कार्यों को मजबूत करने जैसा है। उनके अनुसार, 'नया भारत' अब इस तरह के कृत्यों को सहन नहीं करेगा।

मुख्य मुद्दे और बयान

मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के विवाद का जिक्र करते हुए कहा:

"जो लोग आक्रमणकारियों का महिमामंडन करते हैं, वे भारतीय सभ्यता, हमारी महिलाओं, और हमारी पहचान पर हुए हमलों का समर्थन करते हैं। यह नया भारत है, और यहां ऐसा अपमान सहन नहीं होगा।"

उन्होंने यह भी कहा कि जब पूरा विश्व भारत की महान सांस्कृतिक धरोहर को स्वीकार कर रहा है, तो हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वे अपने महान पूर्वजों का सम्मान करें और उनकी विरासत को संरक्षित करें।

महा कुंभ का उल्लेख

योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में प्रयागराज में आयोजित महा कुंभ की प्रशंसा की। इसे उन्होंने "दुनिया का सबसे बड़ा मानव समागम" बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में दिए बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा,

"66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर आयोजित महा कुंभ में भाग लिया। यह हमारी सनातन संस्कृति का प्रमाण है।"

उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन दुनिया में कहीं और संभव नहीं है।

सांस्कृतिक संरक्षण पर चेतावनी

योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा कि जो लोग ऐतिहासिक आक्रमणकारियों की प्रशंसा करते हैं, वे भारतीय सभ्यता को मिटाने का प्रयास करते हैं।

"हमारे पूर्वजों ने जो त्याग और संघर्ष किया, उसे भुलाना और आक्रमणकारियों को सम्मान देना उनके बलिदान का अपमान है। ऐसा करने वाले लोग देश के खिलाफ काम कर रहे हैं।"

नया भारत और उसकी सोच

मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत अब अपने इतिहास और पहचान का अनादर सहन नहीं करेगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी सांस्कृतिक विरासत को सहेजें और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनें।

न्यूज़ेस्ट के लिए विशेष रिपोर्ट।

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