AAP विधायक हरमीत पठानमाजरा हिरासत से फरार, फायरिंग का आरोप

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पंजाब में AAP विधायक हरमीत पठानमाजरा पुलिस हिरासत से फरार हो गए, जिस दौरान पुलिस पर फायरिंग के आरोप लगे। घटना के बाद इलाके में हलचल बढ़ गई और पुलिस टीमें तुरंत पीछा करने में लगीं। शुरुआती जानकारी में बताया गया कि हिरासत के बाद जब उन्हें लोकल थाने ले जाया जा रहा था, तभी यह पूरी घटना हुई।

 फायरिंग और चोट

आरोप है कि रास्ते में विधायक और उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। यह भी आरोप है कि भागते समय गाड़ी एक पुलिसकर्मी के ऊपर चढ़ा दी गई और इसी अफरातफरी में वे निकल गए। मौके की स्थिति तनावपूर्ण बताई गई और आसपास के इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई।

 फरारी कैसे हुई

सूत्रों के मुताबिक, विधायक और उनके समर्थक दो गाड़ियों में निकले—एक स्कॉर्पियो और एक फॉर्च्यूनर। पीछा करते हुए पुलिस ने फॉर्च्यूनर को पकड़ लिया, लेकिन स्कॉर्पियो में सवार विधायक आगे निकल गए। पंजाब पुलिस की टीमें लगातार पीछा कर रही हैं और सभी संभावित रूट्स पर नाकेबंदी की कोशिशें तेज कर दी गईं।

 किन गाड़ियों का जिक्र

रिपोर्ट में साफ कहा गया कि फॉर्च्यूनर कार पुलिस के कब्जे में आ गई है। वहीं, स्कॉर्पियो में बैठे विधायक अभी भी फरार बताए जा रहे हैं, जिससे पकड़ने में देरी हो रही है। इस बीच, पुलिस दोनों गाड़ियों से जुड़ी कड़ियां खंगाल रही है ताकि आगे की जांच तेज हो सके।

 कानूनी कदम

पंजाब पुलिस ने करनाल पुलिस को शिकायत दी है कि उन पर कातिलाना हमले की कोशिश हुई। ऐसे में हरियाणा में हत्या की कोशिश यानी अटेम्प्ट टू मर्डर का केस दर्ज होने की संभावना जताई गई है। यह प्रक्रिया आगे बढ़ने पर जांच हरियाणा और पंजाब, दोनों स्तरों पर चल सकती है।

 जांच की दिशा

शिकायत के आधार पर दोनों राज्यों की पुलिस आपस में समन्वय से काम कर रही हैं। पुलिस घायल जवान के बयान और घटनास्थल से मिले सुरागों के आधार पर केस को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। जल्द ही तकनीकी और फॉरेंसिक मदद से फायरिंग और भागने की समयरेखा साफ करने की कोशिश होगी।

 अभी की स्थिति

फिलहाल पुलिस का फोकस फरार विधायक को पकड़ने और सभी सह आरोपियों की पहचान पर है। जिन रूट्स पर स्कॉर्पियो के गुजरने की बात सामने आई है, वहां पर टीमों की तैनाती बढ़ा दी गई है। आगे की बड़ी जानकारी पुलिस की आधिकारिक ब्रीफिंग में सामने आ सकती है, जैसे ही गिरफ्तारी या कोई ठोस सुराग मिलता है।

 क्यों मामला बड़ा

हिरासत से भागना और रास्ते में फायरिंग जैसे आरोप कानून-व्यवस्था पर सीधा असर डालते हैं। एक पुलिसकर्मी के घायल होने की बात ने मामले को और गंभीर बना दिया है, जिससे कार्रवाई और तेज हुई है। चूंकि करनाल पुलिस तक शिकायत गई है, इसलिए इंटर-स्टेट समन्वय इस केस में अहम रहेगा।

 

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