बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपनी चुनावी तैयारियों में पूरी तरह जुट गई है। राष्ट्रीय महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी 26 सितंबर को बिहार दौरे पर आ रही हैं। उनका यह दौरा पार्टी के लिए एक बड़े “शक्ति प्रदर्शन” के रूप में देखा जा रहा है। प्रियंका गांधी का दौरा मोतिहारी से शुरू होगा, जहां वे गांधी मैदान में अपनी पहली चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद वे पटना में भी एक कार्यक्रम में शामिल होंगी और महिलाओं से सीधे संवाद करेंगी।मोतिहारी से कांग्रेस का चुनावी शंखनादप्रियंका गांधी ने अपनी जनसभा के लिए मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान को चुना है। यह स्थान महात्मा गांधी की कर्मभूमि होने के कारण विशेष महत्व रखता है और इसे पार्टी प्रतीकात्मक शुरुआत के रूप में देख रही है। कांग्रेस का मानना है कि यह स्थल प्रियंका गांधी के बिहार की जनता से सीधे जुड़ाव को दर्शाता है।मोतिहारी में दोपहर करीब 1 बजे जनसभा के बाद, प्रियंका गांधी पटना के कांग्रेस मुख्यालय, सदाकत आश्रम में महिलाओं के लिए ‘महिला संवाद’ कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम में वे महिलाओं से सीधे बातचीत कर उनकी समस्याओं और उनके लिए पार्टी की योजनाओं पर चर्चा करेंगी।कांग्रेस नेताओं में उत्साहप्रियंका गांधी के बिहार दौरे और मोतिहारी रैली को लेकर कांग्रेस नेताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश सिंह ने मोतिहारी में एक प्रेस वार्ता में दावा किया कि गांधी मैदान प्रियंका गांधी की रैली के लिए छोटा पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रैली में मोदी की रैली की तुलना में तीन गुना अधिक लोग पहुंचेंगे।अखिलेश सिंह ने कहा कि यह रैली महागठबंधन की चुनावी रैलियों का शंखनाद भी साबित होगी। इसके जरिए पार्टी बिहार में अपनी ताकत और जनता के बीच मौजूद समर्थन को प्रदर्शित करना चाहती है।इंदिरा गांधी की असली उत्तराधिकारीपूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने मोतिहारी में कहा कि प्रियंका गांधी इंदिरा गांधी की ‘असली उत्तराधिकारी’ हैं। उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी की रैली बापू की कर्मभूमि मोतिहारी से शुरू होकर पूरे बिहार में फैलने वाली है।पप्पू यादव ने वर्तमान राष्ट्रीय नेतृत्व पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार देश की बागडोर एक ‘कमजोर प्रधानमंत्री’ के हाथों में है, जिनके शासन में देश की सुरक्षा और विकास सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि देश के निर्माण और विकास में बिहार कांग्रेस का हमेशा सबसे बड़ा योगदान रहा है।एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम प्रियंका गांधी का बिहार दौरा कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम माना जा रहा है। मोतिहारी और पटना के कार्यक्रमों के जरिए पार्टी न केवल अपने उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को उत्साहित करना चाहती है, बल्कि जनता के बीच अपना संदेश भी मजबूती से पहुंचाना चाहती है। गांधी मैदान में होने वाली जनसभा और पटना में महिलाओं से संवाद इस बात का संकेत हैं कि कांग्रेस बिहार में अपनी स्थिति मजबूत करने और महागठबंधन के जरिए चुनावी जीत हासिल करने की रणनीति पर काम कर रही है।प्रियंका गांधी का यह दौरा केवल चुनावी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि इसे बिहार में कांग्रेस की ताकत और जनता के बीच विश्वास कायम करने का प्रतीक भी माना जा रहा है। Comments (0) Post Comment
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: चुनावी तैयारियों का दौरा 30 सितंबर के बाद, तारीखों की संभावना Sep 22, 2025